नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के हावड़ा में गोमांस और पोर्क संबंधित खाद्य पदार्थ की डिलीवरी के विरोध में कुछ रायडर्स के हड़ताल में जाने के बाद जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने अपने कर्मचारियों को पत्र लिखकर कहा कि यह हालिया विरोध भोजन या धर्म से जुड़ा न होकर रेट कार्ड संशोधन से जुड़ा था.
गोयल ने कहा कि हावड़ा के एक स्थानीय राजनेता के संपर्क में आने के बाद इस मुद्दे को जानबूझकर गलत रूप दिया गया.
गोयल ने अपने पत्र मे लिखा, "हम यह जानते है क्योंकि हमने अपने ऑर्डर डेटाबेस पर नजर डाला है और पिछले तीन महीनों में उस पूरे इलाके में सूअर के मांस(पोर्क) के लिए जीरो आर्डर आए थे."
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उन्होंने कहा, "गोमांस युक्त खाद्य पदार्थ का केवल एक ऑर्डर था, लेकिन ग्राहक ने उसे पंहुचने के पहले ही रद्द कर दिया. मैं आपको उस क्षेत्र के परिवारों द्वारा दिए गए आदेश के बारे में तथ्य देना चाहता था."
जोमैटो ने कहा कि यह बहुत स्पष्ट है कि डिलीवरी पार्टनर जो स्वेच्छा से साइन अप करते हैं, उन्हें अपने क्षेत्र के सभी प्रकार के भोजन वितरित करने होंगे.
वास्तविक मुद्दा जिसने विरोध को गति दी, वह मुख्य रूप से उस क्षेत्र में हाल के ही रेट कार्ड सुधार से संबंधित था.
उन्होंने कहा कि कभी-कभी कुछ मुट्ठी भर डिलीवरी रायडर्स को रेट कार्ड सुधार समझ नहीं आती है और वे बदलाव का विरोध करना शुरू कर देते हैं.