नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एअर इंडिया के 29,464 करोड़ रुपये के ऋण और उसकी चार अधीनस्थों को एक अलग कंपनी के हवाले करने के वास्ते विशेष उद्देश्यीय कंपनी (एसपीवी) 'एअर इंडिया एसेट्स होल्डिंग' के गठन को मंजूरी दे दी.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, "केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एअर इंडिया और उसकी अनुषंगियों या संयुक्त उपक्रम के विनिवेश के लिए एसपीवी गठन और अन्य सहायक गतिविधियों को पूर्व की तिथि से मंजूरी दे दी है." इस एसपीवी को एअर इंडिया की अनुषंगियों-एअर इंडिया एयर ट्रांसपोर्ट सविर्सेस, एयरलाइन एलाइड सर्विसेस, एअर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड और होटल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया- का हस्तांतरण किया जाएगा.
इसके अलावा पेटिंग और कलाकृतियों जैसी गैर-मुख्य परिसंपत्तियां और अन्य गैर-परिचालित परिसंपत्तियां भी इस एसपीवी को हस्तांतरित की जाएंगी. एयर इंडिया की ये अनुषंगियां और परिसंपत्तियां सरकार द्वारा एअर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश का हिस्सा नहीं है. नागर विमानन मंत्रालय ने नयी एसपीवी के गठन के लिए एक आदेश जारी किया था और 22 जनवरी को इस कंपनी का गठन किया जा चुका है. मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दी है.
इस मंजूरी से एयर इंडिया की अधीनस्थ कंपनियों एआईएटीएसएल, एआईईएसएल, एएएसएल और एचसीआई की माल गोदामी नव गठित एसपीवी कंपनियों को एयर इंडिया से आसान हो जाएगी. विनिवेश की प्रक्रिया का इस्तेमाल एयर इंडिया की कार्यशील पूंजी देनदारी को शुरू करने के लिए किया जा सकेगा जिसे एसपीवी में रखी गई किसी परिसंपत्ति का सुरक्षा प्राप्त नहीं है.
(भाषा)
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