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कोरोना संकट के बीच ऊबर ने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला - ओला के बाद अब ऊबर ने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

कैब सेवा कंपनी ऊबर ने भारत में 600 लोगों को नौकरी से निकालने की घोषणा की है. यह ऊबर के भारत में कुल कार्यबल का 25 प्रतिशत है.

कोरोना संकट के बीच ऊबर ने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
कोरोना संकट के बीच ऊबर ने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
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Published : May 26, 2020, 11:18 AM IST

नई दिल्ली: ऑनलाइन माध्यम से कैब की सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनी ऊबर ने अपने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है.

कोरोना वायरस संकट ने दुनिया भर की आर्थिक व्यवस्था को डगमगा दिया है. भारत में इस संकट का असर बखूबी देखा जा रहा है. कैब सेवा कंपनी ऊबर ने भारत में 600 लोगों को नौकरी से निकालने की घोषणा की है. यह ऊबर के भारत में कुल कार्यबल का 25 प्रतिशत है.

कंपनी ने सोमवार को दिए बयान में कहा कि कोरोनो वायरस महामारी के कारण कंपनी घाटे में चल रही है और वो ऐसा करने के लिए मजबूर हैं.

ये भी पढ़ें- कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर नोकिया ने प्लांट किया बंद

हांलाकि जिन लोगों को नौकरी से बाहर किया गया है, उन्हें कंपनी 10 से 12 सप्ताह की सैलेरी और अगले छह महीनों के लिए चिकित्सा बीमा की सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है.

पिछले कुछ सप्ताह में ओला, जोमैटो और स्वीगी जैसी तकनीकी आधारित कंपनियों ने छंटनी की घोषणा की है. जोमैटो ने अपने 4,000 कर्मचारियों में 13 प्रतिशत की छंटनी की है, जबकि स्वीगी ने कहा है कि वह दुनिया भर में 3,000 लोगों की छंटनी कर रही है. इसी तरह ओला ने भी 1,400 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है.

नई दिल्ली: ऑनलाइन माध्यम से कैब की सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनी ऊबर ने अपने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है.

कोरोना वायरस संकट ने दुनिया भर की आर्थिक व्यवस्था को डगमगा दिया है. भारत में इस संकट का असर बखूबी देखा जा रहा है. कैब सेवा कंपनी ऊबर ने भारत में 600 लोगों को नौकरी से निकालने की घोषणा की है. यह ऊबर के भारत में कुल कार्यबल का 25 प्रतिशत है.

कंपनी ने सोमवार को दिए बयान में कहा कि कोरोनो वायरस महामारी के कारण कंपनी घाटे में चल रही है और वो ऐसा करने के लिए मजबूर हैं.

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हांलाकि जिन लोगों को नौकरी से बाहर किया गया है, उन्हें कंपनी 10 से 12 सप्ताह की सैलेरी और अगले छह महीनों के लिए चिकित्सा बीमा की सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है.

पिछले कुछ सप्ताह में ओला, जोमैटो और स्वीगी जैसी तकनीकी आधारित कंपनियों ने छंटनी की घोषणा की है. जोमैटो ने अपने 4,000 कर्मचारियों में 13 प्रतिशत की छंटनी की है, जबकि स्वीगी ने कहा है कि वह दुनिया भर में 3,000 लोगों की छंटनी कर रही है. इसी तरह ओला ने भी 1,400 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है.

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