चेन्नई: भारत के प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ एम एस स्वामीनाथन ने केंद्रीय बजट 2020-21 में कृषि क्षेत्र के लिए घोषित उपायों का स्वागत किया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए स्वामीनाथन ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि इस साल के बजट में कृषि, ग्रामीण विकास के लिए एक बहुत विस्तृत योजना है."
स्वामीनाथन ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कृषि क्षेत्र के लिए 'क्या किया जाना चाहिए और कैसे किया जा सकता है' को बेहतरीन ढंग से समझाया.
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अपने बजट भाषण में सीतारमण ने कृषि, सिंचाई और ग्रामीण विकास के लिए 2,83,202 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए संशोधित अनुमान 2,49,910 करोड़ रुपये है.
उन्होंने कहा, "इसलिए मैं सरकार, वित्त मंत्री और प्रधान मंत्री को उनके बार-बार जोर देने के लिए धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने कृषि को एक प्रमुख आय सृजन व्यवसाय बनाने पर जोर दिया."
हरित क्रांति के पिता के रूप में जाने जाने वाले स्वामीनाथन ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मंत्री ने पशुपालन, मत्स्य पालन और वानिकी पर भी जोर दिया है.
अपने बजट भाषण में सीतारमण ने नीली अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए मत्स्य पालन और जलीय कृषि के लिए सागर मित्र पहल की.
इसके अलावा, उन्होंने 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया.
आम बजट से बहुत खुश हूं, इसमें कृषि के लिए विस्तृत योजना है: स्वामीनाथन
ईटीवी भारत से बात करते हुए डॉ. एम एस स्वामीनाथन ने कहा कि मुझे खुशी है कि इस साल के बजट में कृषि, ग्रामीण विकास के लिए एक बहुत विस्तृत योजना है.
चेन्नई: भारत के प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ एम एस स्वामीनाथन ने केंद्रीय बजट 2020-21 में कृषि क्षेत्र के लिए घोषित उपायों का स्वागत किया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए स्वामीनाथन ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि इस साल के बजट में कृषि, ग्रामीण विकास के लिए एक बहुत विस्तृत योजना है."
स्वामीनाथन ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कृषि क्षेत्र के लिए 'क्या किया जाना चाहिए और कैसे किया जा सकता है' को बेहतरीन ढंग से समझाया.
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अपने बजट भाषण में सीतारमण ने कृषि, सिंचाई और ग्रामीण विकास के लिए 2,83,202 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए संशोधित अनुमान 2,49,910 करोड़ रुपये है.
उन्होंने कहा, "इसलिए मैं सरकार, वित्त मंत्री और प्रधान मंत्री को उनके बार-बार जोर देने के लिए धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने कृषि को एक प्रमुख आय सृजन व्यवसाय बनाने पर जोर दिया."
हरित क्रांति के पिता के रूप में जाने जाने वाले स्वामीनाथन ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मंत्री ने पशुपालन, मत्स्य पालन और वानिकी पर भी जोर दिया है.
अपने बजट भाषण में सीतारमण ने नीली अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए मत्स्य पालन और जलीय कृषि के लिए सागर मित्र पहल की.
इसके अलावा, उन्होंने 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया.
आम बजट से बहुत खुश हूं, इसमें कृषि के लिए विस्तृत योजना है: स्वामीनाथन
ईटीवी भारत से बात करते हुए डॉ. एम एस स्वामीनाथन ने कहा कि मुझे खुशी है कि इस साल के बजट में कृषि, ग्रामीण विकास के लिए एक बहुत विस्तृत योजना है.
चेन्नई: भारत के प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ एम एस स्वामीनाथन ने केंद्रीय बजट 2020-21 में कृषि क्षेत्र के लिए घोषित उपायों का स्वागत किया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए स्वामीनाथन ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि इस साल के बजट में कृषि, ग्रामीण विकास के लिए एक बहुत विस्तृत योजना है."
स्वामीनाथन ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कृषि क्षेत्र के लिए 'क्या किया जाना चाहिए और कैसे किया जा सकता है' को बेहतरीन ढंग से समझाया.
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अपने बजट भाषण में सीतारमण ने कृषि, सिंचाई और ग्रामीण विकास के लिए 2,83,202 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए संशोधित अनुमान 2,49,910 करोड़ रुपये है.
उन्होंने कहा, "इसलिए मैं सरकार, वित्त मंत्री और प्रधान मंत्री को उनके बार-बार जोर देने के लिए धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने कृषि को एक प्रमुख आय सृजन व्यवसाय बनाने पर जोर दिया."
हरित क्रांति के पिता के रूप में जाने जाने वाले स्वामीनाथन ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मंत्री ने पशुपालन, मत्स्य पालन और वानिकी पर भी जोर दिया है.
अपने बजट भाषण में सीतारमण ने नीली अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए मत्स्य पालन और जलीय कृषि के लिए सागर मित्र पहल की.
इसके अलावा, उन्होंने 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया.
Conclusion: