नई दिल्ली: अमेरिकी वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने सोमवार को कहा कि वह ई-वाणिज्य (ई-कॉमर्स) के क्षेत्र में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) से जुड़े मुद्दों पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु से सोमवार को चर्चा करेंगे.
ऐसी आशंका है कि ई-वाणिज्य नीति की रूपरेखा में घरेलू कंपनियों को तरजीह दी गयी है और अमेजन और वॉलमार्ट जैसे विदेशी निवेशकों के लिये समान अवसर नहीं दिए गए हैं. इस लिहाज से यह मामला महत्वपूर्ण है.
ये भी पढ़ें- वित्त आयोग की मुंबई में आठ-नौ मई को रिजर्व बैंक गवर्नर, बैंक अधिकारियों से होगी मुलाकात
वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के बाद रॉस ने संवाददाताओं से कहा, "ई-वाणज्यि क्षेत्र में एफडीआई के बारे में बातचीत करना जल्दबाजी होगी, बाद में इस मुद्दे पर सुरेश प्रभु के साथ चर्चा करेंगे."
इससे पहले, अमेरिका ने भारत के नागिरकों से जुड़े आंकड़ों को अपने ही देश में रखने की नीति (डेटा लोकलाइजेशन) तथा ई-वाणिज्य नीति रूपरेखा के कुछ प्रवाधानों को भेदभाव भरा और व्यापार बिगाड़ने वाला बताया था.
रॉस यहां ट्रेड विंड्स बिजनेस फोरम एंड मिशन की 11वीं बैठक में भाग लेने के लिये आये हैं. इसकी मेजबानी अमेरिका का वाणिज्य विभाग कर रहा है.
ई-वाणिज्य मुद्दों पर प्रभु से चर्चा करेंगे अमेरिकी वाणिज्य मंत्री - US Commerce Minister
ऐसी आशंका है कि ई-वाणिज्य नीति की रूपरेखा में घरेलू कंपनियों को तरजीह दी गयी है और अमेजन और वॉलमार्ट जैसे विदेशी निवेशकों के लिये समान अवसर नहीं दिए गए हैं. इस लिहाज से यह मामला महत्वपूर्ण है.
नई दिल्ली: अमेरिकी वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने सोमवार को कहा कि वह ई-वाणिज्य (ई-कॉमर्स) के क्षेत्र में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) से जुड़े मुद्दों पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु से सोमवार को चर्चा करेंगे.
ऐसी आशंका है कि ई-वाणिज्य नीति की रूपरेखा में घरेलू कंपनियों को तरजीह दी गयी है और अमेजन और वॉलमार्ट जैसे विदेशी निवेशकों के लिये समान अवसर नहीं दिए गए हैं. इस लिहाज से यह मामला महत्वपूर्ण है.
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वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के बाद रॉस ने संवाददाताओं से कहा, "ई-वाणज्यि क्षेत्र में एफडीआई के बारे में बातचीत करना जल्दबाजी होगी, बाद में इस मुद्दे पर सुरेश प्रभु के साथ चर्चा करेंगे."
इससे पहले, अमेरिका ने भारत के नागिरकों से जुड़े आंकड़ों को अपने ही देश में रखने की नीति (डेटा लोकलाइजेशन) तथा ई-वाणिज्य नीति रूपरेखा के कुछ प्रवाधानों को भेदभाव भरा और व्यापार बिगाड़ने वाला बताया था.
रॉस यहां ट्रेड विंड्स बिजनेस फोरम एंड मिशन की 11वीं बैठक में भाग लेने के लिये आये हैं. इसकी मेजबानी अमेरिका का वाणिज्य विभाग कर रहा है.
ई-वाणिज्य मुद्दों पर प्रभु से चर्चा करेंगे अमेरिकी वाणिज्य मंत्री
नई दिल्ली: अमेरिकी वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने सोमवार को कहा कि वह ई-वाणिज्य (ई-कॉमर्स) के क्षेत्र में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) से जुड़े मुद्दों पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु से सोमवार को चर्चा करेंगे.
ऐसी आशंका है कि ई-वाणिज्य नीति की रूपरेखा में घरेलू कंपनियों को तरजीह दी गयी है और आमेजन और वॉलमार्ट जैसे विदेशी निवेशकों के लिये समान अवसर नहीं दिए गए हैं. इस लिहाज से यह मामला महत्वपूर्ण है.
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वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के बाद रॉस ने संवाददाताओं से कहा, "ई-वाणज्यि क्षेत्र में एफडीआई के बारे में बातचीत करना जल्दबाजी होगी, बाद में इस मुद्दे पर सुरेश प्रभु के साथ चर्चा करेंगे."
इससे पहले, अमेरिका ने भारत के नागिरकों से जुड़े आंकड़ों को अपने ही देश में रखने की नीति (डेटा लोकलाइजेशन) तथा ई-वाणिज्य नीति रूपरेखा के कुछ प्रवाधानों को भेदभाव भरा और व्यापार बिगाड़ने वाला बताया था.
रॉस यहां ट्रेड विंड्स बिजनेस फोरम एंड मिशन की 11वीं बैठक में भाग लेने के लिये आये हैं. इसकी मेजबानी अमेरिका का वाणिज्य विभाग कर रहा है.
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