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union budget and share market : सेंसेक्स-निफ्टी होंगे प्रभावित, 10 में नौ कंपनियों का market cap घटा

31 जनवरी से संसद का बजट सत्र (parliament budget session) शुरू हो रहा है. एक फरवरी को आम बजट पेश होगा. संसद के बजय सत्र और सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले आर्थिक सर्वेक्षण के मद्देनजर निवेशकों की नजरें शेयर बाजार पर भी हैं. निवेशकों और शेयर बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इस सप्ताह शेयर बाजार का कारोबार आर्थिक आंकड़ों के अलावा कंपनियों के तिमाही नतीजों और वैश्विक बाजार पर निर्भर रहेगा. आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि सरकार वृद्धि का एजेंडा लेकर आगे बढ़ेगी. इससे पहले शेयर बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,836.95 अंक या 3.11 प्रतिशत टूटा. भू-राजनीतिक तनाव के बीच वैश्विक स्तर पर बाजारों में बिकवाली से स्थानीय शेयर बाजार भी नीचे आए.

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Published : Jan 30, 2022, 2:15 PM IST

नई दिल्ली : स्थानीय शेयर बाजारों के लिए यह सप्ताह काफी घटनाक्रमों भरा (equity market Action packed week) रहेगा. सप्ताह के दौरान कई महत्वपूर्ण गतिविधियां होने वाली हैं, जो बाजार को दिशा देंगी. विश्लेषकों का कहना है कि इस सप्ताह आम बजट 2022-23, वृहद आर्थिक आंकड़े, कंपनियों के तिमाही नतीजे और वैश्विक रुख बाजार को दिशा (share market global trends analysts) देंगे. बीते सप्ताह कम कारोबारी सत्रों के दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,836.95 अंक या 3.11 प्रतिशत नीचे आया था. इससे पहले विगत सप्ताह के आंकड़ों के मुताबिक शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही. उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एसबीआई, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल का स्थान रहा.

शेयर बाजार के लिए 31 फरवरी से शुरू हो रहे सप्ताह को लेकर रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजित मिश्रा (Ajit Mishra Religare Broking) ने कहा, 'यह सप्ताह न केवल शेयर बाजार के लिए, बल्कि व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है. एक फरवरी को आम बजट (union budget on 1st february) पेश किया जाएगा. हमें उम्मीद है कि सरकार वृद्धि के एजेंडा पर आगे बढ़ेगी, लेकिन साथ ही राजकोषीय मजबूती के लिए रूपरेखा भी लाएगी. यह सप्ताह वाहन कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण होगा. एक फरवरी को वाहन कंपनियां अपने मासिक बिक्री के आंकड़े पेश करेंगी.' उन्होंने कहा कि इसके अलावा सप्ताह के दौरान विनिर्माण और सेवा पीएमआई के आंकड़े भी आने हैं.

मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय बजट वैश्विक बिकवाली के बीच घरेलू बाजारों के लिए आगे की दिशा निर्धारित करेगा. 'इसके साथ ही 'बजट वीक' के दौरान बाजार में अस्थिरता अधिक रहती है, इसलिए बाजार भागीदारों को सतर्कता का रुख अपनाना चाहिए.'

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा (Santosh Meena Swastika Investmart Ltd) ने कहा, 'यह सप्ताह केंद्रीय बजट की वजह से बहुत महत्वपूर्ण और बेहद अस्थिर होने जा रहा है. लेकिन इस बार अच्छी बात यह है कि बाजार बजट को लेकर हल्के रुझान के साथ आगे बढ़ रहा है. ऐसे में बजट बाद बाजार में तेजी की संभावना है. इसी तरह की प्रवृत्ति पिछले साल दिखाई दी थी. पिछले साल भी बजट से पहले बिकवाली और उसके बाद लिवाली का सिलसिला चला था.' मीणा ने कहा कि बजट के अलावा वैश्विक संकेतक बहुत महत्वपूर्ण होंगे. वैश्विक बाजार ब्याज दरों में वृद्धि के परिदृश्य के लिए खुद को तैयार कर रहा है, लेकिन भू-राजनीतिक अनिश्चितता एक और बड़ी चिंता है.

मीणा ने कहा, 'डॉलर इंडेक्स में वृद्धि और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए अन्य मुद्दे हैं. हम तीसरी तिमाही के नतीजों के सत्र के बीच में हैं और अबतक यह अच्छा बना हुआ है. इस सप्ताह भी कई कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं.' पिछले हफ्ते स्थानीय बाजार अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक और रूस-यूक्रेन तनाव की वजह से वैश्विक बाजारों की प्रतिक्रिया से प्रभावित हुआ था.

यह भी पढ़ें- कृषि क्षेत्र की बढ़ रहीं उम्मीदें, क्या बजट पर दिखेगा 'किसान आंदोलन' का असर

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका (Siddhartha Khemka Motilal Oswal Financial Services Ltd) के अनुसार, 'हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजे अब पीछे छूट गए हैं, लेकिन एक फरवरी को पेश होने वाले आम बजट तथा रूस-यूक्रेन तनाव की वजह से इस सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है.' जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर (Vinod Nair Geojit Financial Services) ने कहा, 'इस सप्ताह जनवरी के लिए पीएमआई आंकड़े जारी होंगे. अन्य चीजों के अलावा इन आंकड़ों पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी.'

नौ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटा
इसके अलावा गत सप्ताह में सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से नौ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (sensex companies market cap) बीते सप्ताह तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक नीचे आ गया. शेयर बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली के बीच शीर्ष 10 में से नौ कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में 3,09,178.44 करोड़ रुपये की गिरावट आई. बीते सप्ताह शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बाजार पूंजीकरण बढ़ा. सप्ताह के दौरान एसबीआई की बाजार हैसियत 18,340.07 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 4,67,069.54 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.

सबसे अधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज
समीक्षाधीन सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर लि., एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई. रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 96,512.22 करोड़ रुपये घटकर 15,79,779.47 करोड़ रुपये पर आ गया. रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे अधिक नुकसान में रही. टीसीएस का बाजार मूल्यांकन 53,488.29 करोड़ रुपये के नुकसान से 13,65,042.43 करोड़ रुपये रह गया.

यह भी पढ़ें- कितनी जटिल है हमारी कर-व्यवस्था, क्या खत्म हो सकता है उपकर-अधिभार, समझें

कंपनियों का बाजार मूल्यांकन
इन्फोसिस की बाजार हैसियत 42,392.63 करोड़ रुपये घटकर 7,08,751.77 करोड़ रुपये पर और एचडीएफसी बैंक की 31,815.01 करोड़ रुपये के नुकसान के साथ 8,11,061.12 करोड़ रुपये पर आ गई. बजाज फाइनेंस का बाजार मूल्यांकन 30,333.64 करोड़ रुपये घटकर 4,14,699.49 करोड़ रुपये और आईसीआईसीआई बैंक का 16,291.53 करोड़ रुपये टूटकर 5,42,407.86 करोड़ रुपये रह गया.

हिंदुस्तान यूनिलीवर को करोड़ों का नुकसान
भारती एयरटेल के बाजार मूल्यांकन में 15,814.77 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 3,93,174.23 करोड़ रुपये रह गया. एचडीएफसी की बाजार हैसियत 13,319.96 करोड़ रुपये घटकर 4,56,102.42 करोड़ रुपये और हिंदुस्तान यूनिलीवर की 9,210.39 करोड़ रुपये के नुकसान से 5,36,411.69 करोड़ रुपये रह गई.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : स्थानीय शेयर बाजारों के लिए यह सप्ताह काफी घटनाक्रमों भरा (equity market Action packed week) रहेगा. सप्ताह के दौरान कई महत्वपूर्ण गतिविधियां होने वाली हैं, जो बाजार को दिशा देंगी. विश्लेषकों का कहना है कि इस सप्ताह आम बजट 2022-23, वृहद आर्थिक आंकड़े, कंपनियों के तिमाही नतीजे और वैश्विक रुख बाजार को दिशा (share market global trends analysts) देंगे. बीते सप्ताह कम कारोबारी सत्रों के दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,836.95 अंक या 3.11 प्रतिशत नीचे आया था. इससे पहले विगत सप्ताह के आंकड़ों के मुताबिक शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही. उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एसबीआई, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल का स्थान रहा.

शेयर बाजार के लिए 31 फरवरी से शुरू हो रहे सप्ताह को लेकर रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजित मिश्रा (Ajit Mishra Religare Broking) ने कहा, 'यह सप्ताह न केवल शेयर बाजार के लिए, बल्कि व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है. एक फरवरी को आम बजट (union budget on 1st february) पेश किया जाएगा. हमें उम्मीद है कि सरकार वृद्धि के एजेंडा पर आगे बढ़ेगी, लेकिन साथ ही राजकोषीय मजबूती के लिए रूपरेखा भी लाएगी. यह सप्ताह वाहन कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण होगा. एक फरवरी को वाहन कंपनियां अपने मासिक बिक्री के आंकड़े पेश करेंगी.' उन्होंने कहा कि इसके अलावा सप्ताह के दौरान विनिर्माण और सेवा पीएमआई के आंकड़े भी आने हैं.

मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय बजट वैश्विक बिकवाली के बीच घरेलू बाजारों के लिए आगे की दिशा निर्धारित करेगा. 'इसके साथ ही 'बजट वीक' के दौरान बाजार में अस्थिरता अधिक रहती है, इसलिए बाजार भागीदारों को सतर्कता का रुख अपनाना चाहिए.'

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा (Santosh Meena Swastika Investmart Ltd) ने कहा, 'यह सप्ताह केंद्रीय बजट की वजह से बहुत महत्वपूर्ण और बेहद अस्थिर होने जा रहा है. लेकिन इस बार अच्छी बात यह है कि बाजार बजट को लेकर हल्के रुझान के साथ आगे बढ़ रहा है. ऐसे में बजट बाद बाजार में तेजी की संभावना है. इसी तरह की प्रवृत्ति पिछले साल दिखाई दी थी. पिछले साल भी बजट से पहले बिकवाली और उसके बाद लिवाली का सिलसिला चला था.' मीणा ने कहा कि बजट के अलावा वैश्विक संकेतक बहुत महत्वपूर्ण होंगे. वैश्विक बाजार ब्याज दरों में वृद्धि के परिदृश्य के लिए खुद को तैयार कर रहा है, लेकिन भू-राजनीतिक अनिश्चितता एक और बड़ी चिंता है.

मीणा ने कहा, 'डॉलर इंडेक्स में वृद्धि और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए अन्य मुद्दे हैं. हम तीसरी तिमाही के नतीजों के सत्र के बीच में हैं और अबतक यह अच्छा बना हुआ है. इस सप्ताह भी कई कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं.' पिछले हफ्ते स्थानीय बाजार अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक और रूस-यूक्रेन तनाव की वजह से वैश्विक बाजारों की प्रतिक्रिया से प्रभावित हुआ था.

यह भी पढ़ें- कृषि क्षेत्र की बढ़ रहीं उम्मीदें, क्या बजट पर दिखेगा 'किसान आंदोलन' का असर

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका (Siddhartha Khemka Motilal Oswal Financial Services Ltd) के अनुसार, 'हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजे अब पीछे छूट गए हैं, लेकिन एक फरवरी को पेश होने वाले आम बजट तथा रूस-यूक्रेन तनाव की वजह से इस सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है.' जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर (Vinod Nair Geojit Financial Services) ने कहा, 'इस सप्ताह जनवरी के लिए पीएमआई आंकड़े जारी होंगे. अन्य चीजों के अलावा इन आंकड़ों पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी.'

नौ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटा
इसके अलावा गत सप्ताह में सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से नौ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (sensex companies market cap) बीते सप्ताह तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक नीचे आ गया. शेयर बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली के बीच शीर्ष 10 में से नौ कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में 3,09,178.44 करोड़ रुपये की गिरावट आई. बीते सप्ताह शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बाजार पूंजीकरण बढ़ा. सप्ताह के दौरान एसबीआई की बाजार हैसियत 18,340.07 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 4,67,069.54 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.

सबसे अधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज
समीक्षाधीन सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर लि., एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई. रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 96,512.22 करोड़ रुपये घटकर 15,79,779.47 करोड़ रुपये पर आ गया. रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे अधिक नुकसान में रही. टीसीएस का बाजार मूल्यांकन 53,488.29 करोड़ रुपये के नुकसान से 13,65,042.43 करोड़ रुपये रह गया.

यह भी पढ़ें- कितनी जटिल है हमारी कर-व्यवस्था, क्या खत्म हो सकता है उपकर-अधिभार, समझें

कंपनियों का बाजार मूल्यांकन
इन्फोसिस की बाजार हैसियत 42,392.63 करोड़ रुपये घटकर 7,08,751.77 करोड़ रुपये पर और एचडीएफसी बैंक की 31,815.01 करोड़ रुपये के नुकसान के साथ 8,11,061.12 करोड़ रुपये पर आ गई. बजाज फाइनेंस का बाजार मूल्यांकन 30,333.64 करोड़ रुपये घटकर 4,14,699.49 करोड़ रुपये और आईसीआईसीआई बैंक का 16,291.53 करोड़ रुपये टूटकर 5,42,407.86 करोड़ रुपये रह गया.

हिंदुस्तान यूनिलीवर को करोड़ों का नुकसान
भारती एयरटेल के बाजार मूल्यांकन में 15,814.77 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 3,93,174.23 करोड़ रुपये रह गया. एचडीएफसी की बाजार हैसियत 13,319.96 करोड़ रुपये घटकर 4,56,102.42 करोड़ रुपये और हिंदुस्तान यूनिलीवर की 9,210.39 करोड़ रुपये के नुकसान से 5,36,411.69 करोड़ रुपये रह गई.

(पीटीआई-भाषा)

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