नई दिल्ली: भारत और ताइवान के बीच व्यापारिक रिश्तों को मजबूती प्रदान करने वाला मंच ताइवान एक्सपो का आयोजन कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों के बावजूद नहीं रूका है बल्कि वर्चुअल माध्यम से इसका आयोजन किया गया है.
तीन दिवसीय इस आयोजन में दोनों देशों के करीब 270 कंपनियों के बीच व्यापारिक साझेदारी होने की उम्मीद है जिनमें से भारत की 150 कंपनियां होंगी जबकि ताइवान की 120 कंपनियां शामिल होंगी. ब्यूरो ऑफ फॉरेन ट्रेड और ताइवान एक्सटर्नल ट्रेड डेवलपमेंट काउंसिल 'टाइट्रा' द्वारा आयोजित 'ताइवान एक्सपो' के तीसरे संस्करण का बुधवार को विधिवत वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन हुआ.
यह एक्सपो 18 दिसंबर 2020 यानी शुक्रवार तक ऑनलाइन जारी रहेगा. यह पहला अवसर है जब ताइवान एक्सपो का आयोजन वर्चुअल हो रहा है.
टाइट्रा के अध्यक्ष जेम्स सीएफ हुआंग ने एक्सपो के उद्घाटन समारोह में कहा कि कोरोना महामारी से पैदा हुई विषम परिस्थितियों के चलते 2020 में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से व्यापक बदलाव देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि मानव इतिहास अभूतपूर्व दौर है जिसमें दुनियाभर की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है.
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भारत के साथ ताइवान के व्यापारिक रिश्तों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने आगे कहा, एक्ट ईस्ट पॉलिसी और न्यू साउथ बाउंड पॉलिसी द्वारा स्थापित हमारी योजनाएं दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दे रही हैं.
उन्होंने कहा कि भारत में 2018 और 2019 में आयोजित ताइवान एक्सपो की सफलता से यह साबित हो गया कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक क्षेत्र में भागीदारी की काफी संभावना है.
उन्होंने कहा कि आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल्स, मशीनरी आदि के क्षेत्र में भारत और ताइवान के बीच व्यापारिक साझेदारी बढ़ाने की संभावना बनी हुई है. भारत और ताइवान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2018 में सात अरब अमेरिकी डॉलर के करीब रहा.
(आईएएनएस)