नई दिल्ली : सऊदी अरामको के चेयरमैन और वहां के संपदा निवेश-कोष पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड के गवर्नर यासिर-अल-रुमायन को संभवत: रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल में शामिल किया जा सकता है. खबरों में कहा गया है कि यह 15 अरब डॉलर के सौदे की यह एक पूर्व शर्त है.
अल-रुमायन को रिलायंस इंडस्ट्रीज या समूह की नयी बनाई गई तेल से रसायन (ओ2सी) इकाई के निदेशक मंडल में शामिल किया जा सकता है. इसकी घोषणा संभवत: 24 जून को होने वाली आरआईएल के शेयरधारकों की वार्षिक बैठक में की जा सकती है.
ब्रोकरेज एचएसबीसी ग्लोबल रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है, 'रिलायंस की वार्षिक आम बैठक ऐतिहासिक रूप से लोगों का ध्यान आकर्षित करती रही है. पूर्व में इस बैठक में जब बैठक आमने सामने की होती थी तो इसमें 3,000 तक शेयरधारक शामिल हुए हैं. वहीं महामारी के दौरान पिछले वर्ष आभासी तरीके से हुई बैठक में दुनिया के 42 देशों के 468 शहरों के तीन लाख लोग इसमें शामिल हुए थे.'
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रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस की वार्षिक आमसभा (एजीएम) को लेकर पहले ही काफी चर्चा शुरू हो गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले एक साल के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल और खुदरा कारोबार करने वाली अनुषंगी कंपनियों में कई नए निवेशक जुड़़े हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट तथा क्वालकॉम जैसी कई वैश्विक कंपनियों साथ नई भागीदारी की है. ये निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि एजीएम में अनुषंगी कंपनियों के कारोबार के लिए नई दिशाओं की घोषणा हो सकती है. इसके अलावा ऐसी भी चर्चा है कि रिलायंस गूगल के साथ नए स्मार्टफोन के लिए भागीदारी तथा इसकी कीमत की घोषणा कर सकती है.