फरीदाबाद: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्व खुफिया अधिकारियों से शुक्रवार को कहा कि वे करदाताओं के लिए सहायक की भूमिका निभायें और यह सुनिश्चित करें कि कर भुगतान करते समय करदाताओं में डर की भावना नहीं होनी चाहिये.
उन्होंने भारतीय राजस्व सेवा के 69वें बैच के पासिंग आउट परेड समारोह को संबोधित करते हुए कहा, "पिछले कुछ महीनों में मैं देश के विभिन्न हिस्सों में गयी और मैंने वहां कर अधिकारियों से मुलाकातें की. मैंने उन्हें संदेश दिया कि हम सहायक हैं. हमारे बीच एक या दो गलत लोग होने से यह संदेश प्रभावित नहीं होना चाहिये और लोगों को ऐसा नहीं लगना चाहिये कि कर अधिकारियों से व्यवहार करना मुश्किल होता है."
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भारतीय राजस्व सेवा के इस बैच में 101 अधिकारी हैं जिनमें 24 महिलाएं भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि ये युवा अधिकारी माल एवं सेवा कर का प्रशासन संभालने की दहलीज पर हैं. उन्होंने सीमा पर देश के विभिन्न कानूनों का अमल कराने तथा आर्थिक मोर्चे पर देश की रक्षा करने में सीमाशुल्क विभाग की भूमिका की सराहना की.
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमाशुल्क बोर्ड के चेयरमैन पी.के.दास ने इस मौके पर कानून प्रवर्तन तथा व्यापार सुगमीकरण के बीच संतुलन बनाने की जरूरत को रेखांकित किया. इस मौके पर छह अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन करने को लेकर सम्मानित किया गया. मिशल क्वीनी डी-कोस्टा को उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिये वित्त मंत्री का स्वर्ण पदक दिया गया.