ETV Bharat / business

ब्रेक्जिट के बाद का समझौता 'गंभीर स्थिति' में, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चेतावनी दी है कि ब्रेक्जिट के बाद यूरोपीय संघ के साथ व्यापार समझौते की वार्ता गंभीर स्थिति में है, और संभवाना है कि अब कोई व्यापार समझौता न हो. ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के पास समझौते के लिए 31 दिसंबर तक का वक्त है.

ब्रेक्जिट के बाद का समझौता 'गंभीर स्थिति' में, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी
ब्रेक्जिट के बाद का समझौता 'गंभीर स्थिति' में, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी
author img

By

Published : Dec 18, 2020, 4:57 PM IST

लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चेतावनी दी है कि ब्रेक्जिट के बाद यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ व्यापार समझौते की वार्ता 'गंभीर स्थिति' में है, और 'बहुत संभव' है कि अब कोई व्यापार समझौता न हो सके. ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के पास व्यापार समझौते के लिए 31 दिसंबर तक का वक्त है.

दोनों पक्षों के वार्ताकारों ने शुक्रवार को चर्चा दोबारा शुरू की, लेकिन गुरुवार रात यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ फोन पर बातचीत के बाद जॉनसन ने घोषणा की कि जब तक यूरोपीय संघ अपना रुख बदलने के लिए तैयार नहीं होता, समझौता पहुंच से बाहर रहेगा.

दोनों पक्षों के बीच सहमति में मुख्य बाधा एक-दूसरे की जल सीमा में मछली पकड़ने का अधिकार देने तथा अनुचित प्रतिस्पर्धा रोकने के लिए घरेलू उद्योगों को राज्य द्वारा दी जा सकने वाली सहायता को लेकर है.

ये भी पढ़ें: कोरोना का कहर: कोका कोला करेगी दुनिया भर में 2,200 कर्मचारियों की छंटनी

प्रधानमंत्री आवास के एक प्रवक्ता ने दोनों नेताओं की फोन पर बातचीत के बाद बताया, "प्रधानमंत्री ने कहा कि बातचीत अब गंभीर स्थिति में है. समय बहुत कम है और अब बहुत संभव है कि जब तक यूरोपीय संघ अपने रुख में बदलाव नहीं करता, तब तक समझौता नहीं होगा."

ब्रिटेन का दावा है कि वह यूरोपीय संघ के उचित अनुरोधों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन कुछ मूलभूत क्षेत्रों में बुनियादी अंतर अभी भी काफी जटिल हैं.

(पीटीआई-भाषा)

लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चेतावनी दी है कि ब्रेक्जिट के बाद यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ व्यापार समझौते की वार्ता 'गंभीर स्थिति' में है, और 'बहुत संभव' है कि अब कोई व्यापार समझौता न हो सके. ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के पास व्यापार समझौते के लिए 31 दिसंबर तक का वक्त है.

दोनों पक्षों के वार्ताकारों ने शुक्रवार को चर्चा दोबारा शुरू की, लेकिन गुरुवार रात यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ फोन पर बातचीत के बाद जॉनसन ने घोषणा की कि जब तक यूरोपीय संघ अपना रुख बदलने के लिए तैयार नहीं होता, समझौता पहुंच से बाहर रहेगा.

दोनों पक्षों के बीच सहमति में मुख्य बाधा एक-दूसरे की जल सीमा में मछली पकड़ने का अधिकार देने तथा अनुचित प्रतिस्पर्धा रोकने के लिए घरेलू उद्योगों को राज्य द्वारा दी जा सकने वाली सहायता को लेकर है.

ये भी पढ़ें: कोरोना का कहर: कोका कोला करेगी दुनिया भर में 2,200 कर्मचारियों की छंटनी

प्रधानमंत्री आवास के एक प्रवक्ता ने दोनों नेताओं की फोन पर बातचीत के बाद बताया, "प्रधानमंत्री ने कहा कि बातचीत अब गंभीर स्थिति में है. समय बहुत कम है और अब बहुत संभव है कि जब तक यूरोपीय संघ अपने रुख में बदलाव नहीं करता, तब तक समझौता नहीं होगा."

ब्रिटेन का दावा है कि वह यूरोपीय संघ के उचित अनुरोधों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन कुछ मूलभूत क्षेत्रों में बुनियादी अंतर अभी भी काफी जटिल हैं.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.