नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए बस और ट्रेन की सेवा मुहैया कराने की नीति का सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं किया गया.
पूर्व वित्त मंत्री ने यह दावा भी किया कि जब लाखों लोग पैदल जाने लगे, इसके बाद भी सरकार ने देर से परिवहन सेवा मुहैया कराने का फैसला किया.
चिदंबरम ने ट्वीट किया, "यह तय है कि सरकार की बस एवं ट्रेन की सेवा मुहैया कराने की नीति सही तरीके से नहीं बनाई गई और इसका समन्वय के साथ क्रियान्वयन भी नहीं किया गया."
-
यह स्पष्ट है कि प्रवासी मजदूरों को बसों और ट्रेनों से ले जाने की परिवहन नीति को बहुत ही खराब तरीके से डिजाइन, नियोजित, समन्वित और कार्यान्वित किया गया था।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 8, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">यह स्पष्ट है कि प्रवासी मजदूरों को बसों और ट्रेनों से ले जाने की परिवहन नीति को बहुत ही खराब तरीके से डिजाइन, नियोजित, समन्वित और कार्यान्वित किया गया था।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 8, 2020यह स्पष्ट है कि प्रवासी मजदूरों को बसों और ट्रेनों से ले जाने की परिवहन नीति को बहुत ही खराब तरीके से डिजाइन, नियोजित, समन्वित और कार्यान्वित किया गया था।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 8, 2020
उन्होंने कहा कि बस और ट्रेन सेवा मुहैया कराने का फैसला होने के बाद सरकार को पैदल जा रहे लोगों को रोकर उन्हें ये परिवहन सेवाएं प्रदान करनी थी.
(पीटीआई-भाषा)
ये भी पढ़ें: वित्तीय वर्ष 21 में शून्य रह सकती है भारत की जीडीपी विकास दर, मूडीज का अनुमान