नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. यह स्थिति क्या करवट लेती है, अभी कह पाना कठिन है. लेकिन यह तय है कि भारत-पाक सीमा पर स्थिति गंभीर है. विशेषज्ञों के अनुसार अगर भारत और पाकिस्तान बीच पूर्ण युद्ध होता है तो भारतीय अर्थव्यवस्था को खास नुकसान नहीं पहुंचेगा.
ईटीवी भारत से बात करते हुए दिल्ली स्थित अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव पूर्ण युद्ध में बदल जाता है तो इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को सबसे अधिक नुकसान झेलना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी. पाकिस्तान ऐसे भी एक दिवालिया अर्थव्यवस्था हैं. पाकिस्तान पर विदेशी मुद्रा ऋण इतना ज्यादा है कि वे इसे चुकाने का सपना भी नहीं देख सकते हैं.
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हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत भी आर्थिक रूप से पीड़ित होगा लेकिन जल्द ही ठीक हो जाएगा. उन्होंने कहा कि युद्ध में जाने वाले किसी भी देश का उसकी अर्थव्यवस्था पर कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ता ही है.
भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत, जल्द कर लेगी वापसी
अर्थशास्त्री आकाश का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और दोनों देशों के बीच युद्ध के मामले में कम समय के भीतर भारत अच्छी वापसी कर सकता है. जिंदल ने कहा कि जम्मू और कश्मीर राज्य भी आतंकवाद से मुक्त होने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को अच्छी तरह से बढ़ने में मदद करेगा.
'भारतीय कृषि क्षेत्र पर नहीं पड़ेगा असर'
ईटीवी भारत के साथ इस मुद्दे पर बात करते हुए एक अन्य अर्थशास्त्री सिराज हुसैन ने भारतीय कृषि को ध्यान में रखते हुए इसके बारे में बात की और कहा कि भारत और पाकिस्तान में युद्ध होने से भारतीय कृषि क्षेत्र पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि अच्छी बारिश होती है. उन्होंने कहा, "मुझे कृषि पर कोई असर नहीं दिख रहा है. युद्ध की स्थिति में अर्थव्यवस्था और अन्य क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन कृषि नहीं होगी."
बता दें कि 14 फरवरी को सीआरपीएफ कर्मियों पर घातक आत्मघाती बम विस्फोट के बाद भारत और पाकिस्तान में तनाव बना हुआ है.