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अर्थव्यवस्था पर अभिजीत के बयान पर सरकार में किसी को भी अपराधबोध नहीं: चिदंबरम

बनर्जी ने अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा के बाद मैसाचूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरी स्थिति से गुजर रही है . सरकार भी तेजी से इस बात को समझ रही है कि कोई समस्या तो है.

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Published : Oct 16, 2019, 7:46 PM IST

अर्थव्यवस्था पर अभिजीत के बयान पर सरकार में किसी को भी अपराधबोध नहीं: चिदंबरम

नई दिल्ली: केंद्र पर अपना हमला तेज करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि सरकार में कोई भी नोबेल पुरस्कार के लिए चुने गये अभिजीत बनर्जी के इस बयान से अपराधबोध से ग्रस्त नहीं दिखता कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरी स्थिति में है.

बनर्जी ने अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा के बाद मैसाचूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरी स्थिति से गुजर रही है . सरकार भी तेजी से इस बात को समझ रही है कि कोई समस्या तो है.

ये भी पढ़ें- मनमोहन सिंह-राजन का कार्यकाल सार्वजनिक बैंकों के लिए 'सबसे बुरा दौर' था: सीतारमण

चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों से यह ट्वीट करने को कहा है, "जब नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने जा रहे डॉ अभिजीत बनर्जी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही है तो सरकार में कोई भी अपराधबोध से ग्रस्त नहीं दिखाई दिया."

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, "मैं रोजाना दो आर्थिक संकेतक ट्वीट करुंगा और आप अपने निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं."

भ्रष्टाचार के मामले में तिहाड़ जेल में बंद चिदंबरम ने बुधवार के लिए दो आर्थिक संकेतक साझा किये. इनमें उन्होंने शहरी और ग्रामीण भारत के लिए प्रति व्यक्ति उपभोग खर्च घटने और भूख सूचकांक में भारत का स्तर 117 देशों में 102वें स्थान पर पहुंचने का उल्लेख किया.

उन्होंने कहा कि इन दो संकेतकों का आशय है कि गरीब कम खा रहे हैं और भरपेट भोजन न मिलने के कारण भुखमरी के गंभीर हालात हैं.

नई दिल्ली: केंद्र पर अपना हमला तेज करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि सरकार में कोई भी नोबेल पुरस्कार के लिए चुने गये अभिजीत बनर्जी के इस बयान से अपराधबोध से ग्रस्त नहीं दिखता कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरी स्थिति में है.

बनर्जी ने अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा के बाद मैसाचूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरी स्थिति से गुजर रही है . सरकार भी तेजी से इस बात को समझ रही है कि कोई समस्या तो है.

ये भी पढ़ें- मनमोहन सिंह-राजन का कार्यकाल सार्वजनिक बैंकों के लिए 'सबसे बुरा दौर' था: सीतारमण

चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों से यह ट्वीट करने को कहा है, "जब नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने जा रहे डॉ अभिजीत बनर्जी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही है तो सरकार में कोई भी अपराधबोध से ग्रस्त नहीं दिखाई दिया."

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, "मैं रोजाना दो आर्थिक संकेतक ट्वीट करुंगा और आप अपने निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं."

भ्रष्टाचार के मामले में तिहाड़ जेल में बंद चिदंबरम ने बुधवार के लिए दो आर्थिक संकेतक साझा किये. इनमें उन्होंने शहरी और ग्रामीण भारत के लिए प्रति व्यक्ति उपभोग खर्च घटने और भूख सूचकांक में भारत का स्तर 117 देशों में 102वें स्थान पर पहुंचने का उल्लेख किया.

उन्होंने कहा कि इन दो संकेतकों का आशय है कि गरीब कम खा रहे हैं और भरपेट भोजन न मिलने के कारण भुखमरी के गंभीर हालात हैं.

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अर्थव्यवस्था पर अभिजीत के बयान पर सरकार में किसी को भी अपराधबोध नहीं: चिदंबरम

नई दिल्ली: केंद्र पर अपना हमला तेज करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि सरकार में कोई भी नोबेल पुरस्कार के लिए चुने गये अभिजीत बनर्जी के इस बयान से अपराधबोध से ग्रस्त नहीं दिखता कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरी स्थिति में है.

बनर्जी ने अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा के बाद मैसाचूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरी स्थिति से गुजर रही है . सरकार भी तेजी से इस बात को समझ रही है कि कोई समस्या तो है. 

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चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों से यह ट्वीट करने को कहा है, "जब नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने जा रहे डॉ अभिजीत बनर्जी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही है तो सरकार में कोई भी अपराधबोध से ग्रस्त नहीं दिखाई दिया." 

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, "मैं रोजाना दो आर्थिक संकेतक ट्वीट करुंगा और आप अपने निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं." 

भ्रष्टाचार के मामले में तिहाड़ जेल में बंद चिदंबरम ने बुधवार के लिए दो आर्थिक संकेतक साझा किये. इनमें उन्होंने शहरी और ग्रामीण भारत के लिए प्रति व्यक्ति उपभोग खर्च घटने और भूख सूचकांक में भारत का स्तर 117 देशों में 102वें स्थान पर पहुंचने का उल्लेख किया. 

उन्होंने कहा कि इन दो संकेतकों का आशय है कि गरीब कम खा रहे हैं और भरपेट भोजन न मिलने के कारण भुखमरी के गंभीर हालात हैं.

 


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