मुंबई: टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ग्वेंटर बट्सशेक ने शनिवार को कहा कि अर्थव्यवस्था के फिर शुरू होने के चरण में वाहन उद्योग को नयी चुनौतियों से जूझना होगा. उन्होंने सभी अंशधारकों से सामूहिक रूप से मिलकर काम करने का आह्वान किया.
वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ (एक्मा) के 60वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए बट्सशेक ने कहा, "हम अर्थव्यवस्था के फिर शुरू होने के चरण में हैं. ऐसे में संक्रमण के बढ़ते मामलों तथा श्रमबल की कमी की नई चुनौतियां हमारे सामने हैं. लॉकडाउन समाप्त होने का मतलब यह नहीं है कि हम कोविड के बाद की स्थिति में पहुंच गए हैं, यह महामारी अब भी है. इससे रुक-रुक कर और अधिक अड़चनें पैदा हो सकती हैं."
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उन्होंने कहा कि महामारी की वजह से यह उद्योग ऐसे समय प्रभावित हुआ है, जबकि हम भारत चरण-चार से भारत चरण-छह उत्सर्जन मानकों की ओर स्थानांतरण कर रहे थे. बीते वित्त वर्ष 2019-20 में भी हमारी गतिविधियां प्रभावित हुई थीं और मांग काफी कमजोर रही थी.
उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव काफी घातक रहा है. उन्होंने कहा कि दुनियाभर में वाहन कंपनियों के समक्ष सबसे बड़ी समस्या आपूर्ति श्रृंखला में बाधा की रही है. इसके अलावा वित्तपोषण, मांग में गिरावट जैसे मुद्दे तो हैं ही.
बट्सशेक ने साथ मिलकर काम करने की वकालत करते हुए कहा कि इस नए वातावरण में आपूर्तिकर्ताओं और रणनीतिक भागीदारों तथा मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के बीच आपसी सहयोग समान रूप से महत्वपूर्ण है.
टाटा मोटर्स के प्रमुख ने कहा कि अर्थव्यवस्था के धीरे-धीरे खुलने के साथ उद्योग के उप-क्षेत्रों में पिछले दो माह के दौरान सुधार दिखाई दे रहा है.
(पीटीआई-भाषा)