कोलकाता: बैंकों ने कर्ज किस्त भुगतान में दी गयी राहत का फायदा उठा सकने वाले ठगों को लेकर ग्राहकों को सतर्क किया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि ठग ईएमआई भुगतान में तीन महीने की दी गयी राहत का फायदा उठा सकते हैं. उन्होंने बताया कि ठग खुद को बैंक अधिकारी बताकर ग्राहकों से संपर्क कर रहे हैं और वे ईएमआई राहत योजना का लाभ उठाने में मदद की बात कर रहे हैं. इस तरह से वे ग्राहकों से बैंकिंग की जानकारियां जुटाकर उन्हें चूना लगा रहे हैं.
एक अधिकारी ने कहा, "वे (ठग) ऐसे समय में सक्रिय हो गये हैं जब लोग संकट में घिरे हुए हैं और राहत चाह रहे हैं. कुछ ग्राहकों से शिकायतें पाने के बाद कई बैंकों ने ग्राहकों को संदेश भेजकर उन्हें इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिये सतर्क कर रहे हैं."
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि अभी तक इस तरह के कितने मामले दर्ज किये गये हैं. भारतीय स्टेट बैंक ने ग्राहकों से कहा है कि साइबर अपराधी व ठग नये तरीके से लोगों को चूना लगा रहे हैं. इसे लेकर सतर्क और जागरुक रहिये.
बैंक ने कहा, "इस तरीके में ग्राहकों के पास फोन आता है और उनसे कहा जाता है कि ईएमआई भुगतान टालने के लिये ओटीपी बतायें. जैसे ही आप ओटीपी बताते हैं, आपके खाते से पैसे निकाल लिये जाते हैं."
एक्सिस बैंक ने ग्राहकों को भेजे ईमेल में कहा कि धोखेबाजों ने बैंकिंग जानकारियां हासिल करने के लिये ठगी का नया तरीका अपनाया है.
बैंक ने कहा, "ये ठग ईएमआई भुगतान टालने का जिक्र कर आपसे ओटीपी, सीवीवी, पासवर्ड और पिन आदि मांग सकते हैं. इनसे सतर्क रहिये. यदि आप ये जानकारियां बतायेंगे तो आपको चूना लग सकता है."
स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने संदेश में कहा कि ठग कोविड-19 के मद्देनजर डर फैलाकर फायदा उठा रहे हैं. वे बैंक प्रतिनिधि या अधिकारी बनकर बैंकिंग की जानकारियां जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. आईसीआईसीआई बेंक, यस बैंक समेत कई अन्य बैंकों ने भी ग्राहकों को इसी तरह के एसएमएस और ईमेल भेजकर सतर्क किया है.
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उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस से फैली महामारी के मद्देनजर लोगों को नकदी की कमी के संकट से बचाने के लिये विभिन्न बैंकों ने ग्राहकों को तीन महीने तक कर्ज की किस्तें चुकाने से छूट दी है. इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक ने पीएम-केयर्स कोष में योगदान का सहारा लेकर की जा सकने वाली धोखाधड़ी के बारे में भी ग्राहकों को सतर्क किया था.
(पीटीआई-भाषा)