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वित्त वर्ष 2022 में मजबूत वृद्धि देख सकती हैं भारतीय दवा कंपनियां : फिच रेटिंग्स - फिच रेटिंग्स

रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि गंभीर चिकित्सा स्थितियों और वैकल्पिक प्रक्रियाओं के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में जारी रहेगी.

वित्त वर्ष 2022 में मजबूत वृद्धि देख सकती हैं भारतीय दवा कंपनियां : फिच रेटिंग्स
वित्त वर्ष 2022 में मजबूत वृद्धि देख सकती हैं भारतीय दवा कंपनियां : फिच रेटिंग्स
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Published : Jun 17, 2021, 4:50 PM IST

चेन्नई : फिच रेटिंग्स ने कहा कि भारतीय दवा कंपनियों की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में मजबूत वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है. इस क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि फार्मा कंपनियों की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में बढ़ेगी क्योंकि पिछले वर्ष महामारी से प्रभावित होने की बात से अब बिक्री सामान्य हो गई है.

फिच रेटिंग्स ने कहा, 'वित्त वर्ष 2021 में अधिकतर फार्मा कंपनियों की परफॉर्मेंस उतार-चढ़ाव वाली रही. इसके लिए महामारी की स्थिति में आई थोड़ी स्थिरता, भौगोलिक विविधीकरण और सिर्फ महामारी से संबंधित दवाओं की अधिक बिक्री जिम्मेदार रही हैं.'

रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि गंभीर चिकित्सा स्थितियों और वैकल्पिक प्रक्रियाओं के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में जारी रहेगी.

ये भी पढ़ें : गुरुवार को दो घंटे बंद रहेगी SBI की इंटरनेट बैंकिंग, योनो और यूपीआई सेवाएं

वित्त वर्ष 2021 में इन श्रेणियों में बिक्री गिर गई क्योंकि यात्राओं पर प्रतिबंध लगाए जाने के चलते डॉक्टर्स ने अपने दौरे कम कर दिए और अस्पतालों में भी कोविड-19 के उपचार को प्राथमिकता दी गई.

भारत सहित जिन अन्य बाजारों में टीका का वितरण धीमे हो रहा है, वहां संक्रमण का जोखिम अधिक बना हुआ है, लेकिन दूसरी लहर के बाद स्वास्थ्य सेवा प्रणाली मजबूत हो गई, जिससे इसका प्रभाव कम हो सकता है.

(आईएएनएस)

चेन्नई : फिच रेटिंग्स ने कहा कि भारतीय दवा कंपनियों की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में मजबूत वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है. इस क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि फार्मा कंपनियों की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में बढ़ेगी क्योंकि पिछले वर्ष महामारी से प्रभावित होने की बात से अब बिक्री सामान्य हो गई है.

फिच रेटिंग्स ने कहा, 'वित्त वर्ष 2021 में अधिकतर फार्मा कंपनियों की परफॉर्मेंस उतार-चढ़ाव वाली रही. इसके लिए महामारी की स्थिति में आई थोड़ी स्थिरता, भौगोलिक विविधीकरण और सिर्फ महामारी से संबंधित दवाओं की अधिक बिक्री जिम्मेदार रही हैं.'

रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि गंभीर चिकित्सा स्थितियों और वैकल्पिक प्रक्रियाओं के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में जारी रहेगी.

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वित्त वर्ष 2021 में इन श्रेणियों में बिक्री गिर गई क्योंकि यात्राओं पर प्रतिबंध लगाए जाने के चलते डॉक्टर्स ने अपने दौरे कम कर दिए और अस्पतालों में भी कोविड-19 के उपचार को प्राथमिकता दी गई.

भारत सहित जिन अन्य बाजारों में टीका का वितरण धीमे हो रहा है, वहां संक्रमण का जोखिम अधिक बना हुआ है, लेकिन दूसरी लहर के बाद स्वास्थ्य सेवा प्रणाली मजबूत हो गई, जिससे इसका प्रभाव कम हो सकता है.

(आईएएनएस)

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