नई दिल्ली : भारत ने सीमा पार व्यापार गुरुवार से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. सरकार ने कहा है कि इसके जरिए अवांछित और राष्ट्र विरोधी तत्व देश में आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के हिस्से से हवाला के जरिए धन और हथियारों को देश में पहुंचाते हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि जो व्यक्ति यहां से पाकिस्तान गए और आतंकवादी संगठन में शामिल हो गए, उन्होंने वहां कंपनी खोल ली और ये आतंकवादियों के नियंत्रण में है और अब ये कंपनियां सीमा पार व्यापार में संलिप्त हैं.
पुलवामा हमले के बाद भारत ने पहले ही पाकिस्तान से सबसे पसंदीदा देश (एमएफएन) का दर्जा वापस ले लिया है.
बयान में कहा गया है कि उसके बाद यह कदम इसलिए उठाया गया है, क्योंकि नियंत्रण रेखा के आर-पार व्यापार से कंपनियां उच्च कर से खुद को मुक्त कर लेती थीं.
बयान में कहा गया है, "इसके बाद सरकार ने फैसला किया कि नियंत्रण रेखा के आर-पार जम्मू एवं कश्मीर के चक्कन-दा-बाग और सलामाबाद से व्यापार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए."
सरकार ने कहा, "नियंत्रण रेखा के आर-पार व्यापार में यह पाया गया कि पाकिस्तानी तत्व ड्रग्स, अवैध हथियार और जाली नोट की आपूर्ति कर रहे हैं."
यह व्यापार आदान-प्रदान के समझौते के तहत सप्ताह में चार दिन किया जाता है.
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