नई दिल्ली: ऐसे समय में जब एयर इंडिया जैसी एयरलाइंस वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रही हैं तब नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि सरकार इसे निवेशकों के अनुकूल बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है. अधिकारी ने यहां तक दावा किया कि विमानन बाजार फिलहाल बेहतर दौर से गुजर रहा है.
नागर विमानन मंत्रालय की संयुक्त सचिव उषा पधी ने कहा कि देश 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा हैं और यह निश्चित रूप से विमानन क्षेत्र को बढ़ावा देने वाला है. उन्होंने कहा कि यह एक सर्कुलर इकोनॉमी की तरह है जहां आप निवेश करते हैं और यह फिर से अर्थव्यवस्था में वापस आ जाता है.
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उषा पधी एक सेमिनार 'उड्डयन क्षेत्र पर उभरती चुनौतियों: बुनियादी ढाँचे, क्षमता निर्माण और निर्बाध यात्रा' में बोल रहीं थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि जीडीपी में वृद्धि और यात्रियों की आय-स्तर बढ़ने से हवाई यात्रियों की संख्या भी बढ़ेंगी.
बढ़ रही है हवाई यात्रियों की संख्या
उषा ने कहा कि मौजूदा समय में 100 में से केवल सात लोग की हवाई यात्रा करते हैं. अगर यहीं आंकड़ा सात से बढ़कर कर चालीस पहुंच जाए तो कल्पना किजिए यात्रियों की संख्या क्या होगी. यह आंकड़ा एक करोड़ तक पहुंच जाएगा. यह वाकई मुमकिन है.
अर्थव्यवस्था में योगदान देने जा रहे देश के युवा
भारत में विमानन क्षेत्र की भविष्य की संभावनाओं के बारे में बात करते हुए उषा पाघी ने कहा कि हम सबसे कम उम्र के देश हैं क्योंकि हमारी 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष या उससे कम की है. ये युवा अर्थव्यवस्था में योगदान देने जा रहे हैं.
सकरात्मकता की ओर बढ़ रहा भारत में व्यापार करने का अनुभव
उषा पधी ने कहा कि भारत में व्यापार करने का अनुभव भले ही बहुत सुगम नहीं हो क्योंकि हमें कई बार नकरात्मक फीडबैक मिलते हैं, लेकिन निश्चित रूप से अब यह सकरात्मकता की ओर बढ़ रहा है. हम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और प्रतिस्पर्धी सूचकांक में बेहतर कर रहें हैं.