मुंबई : इस सूची में बैन कैपिटल समर्थित एमक्योर फार्मा का 4,000 करोड़ रुपये का आईपीओ, विजया डायग्नोस्टिक सेंटर का 1,500 करोड़ रुपये का आईपीओ, कृष्णा डायग्नोस्टिक्स का 1,200 करोड़ रुपये का आईपीओ, मुंबई की थोक दवा निर्माता सुप्रिया लाइफसाइंसेज का 1,200 रुपये रुपये का आईपीओ, और विंडलास बायोटेक का 400 करोड़ रुपये का आईपीओ शामिल है.
निवेश बैंकरों का अनुमान है कि ये पांच कंपनियां इस महीने सार्वजनिक निर्गमों के जरिये कुल मिलाकर 8,300 करोड़ रुपये से ज्यादा सकती हैं.
शेयर बाजारों के पास उपलब्ध आंकड़े के मुताबिक, इस वित्त वर्ष में अब तक 12 कंपनियों ने आईपीओ से 27,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं तथा 70,000 करोड़ रुपये के और आईपीओ प्रक्रियारत हैं. इसके उलट पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में केवल 30 आईपीओ ने 31,277 करोड़ रुपये जुटाए थे.
इन दवा कंपनियों के अलावा, देवयानी इंटरनेशनल और एक्सक्सारो टाइल्स के आईपीओ चार अगस्त को खुल रहे हैं. साथ ही पेटीएम, मोबिक्विक, पॉलिसीबाजार, कारट्रेड, डेल्हीवरी और नायका जैसी उपभोक्ता-केंद्रित कंपनियों के निर्गम भी जल्द ही खुलेंगे. बाजार के जानकारों के मुताबिक, बाकी साल के लिए 40 और आईपीओ पंक्ति में हैं, जो 70,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रहे हैं.
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चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने में 12 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए 27,052 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
(पीटीआई-भाषा)