नई दिल्ली: घरेलू हवाई यातायात की धीमी गति के बीच, हवाई किराए पर लगे कैप को सरकार द्वारा 24 नवंबर से आगे बढ़ाया जा सकता है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी.
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर, सरकार ने उड़ान की अवधि के आधार पर एयरफेयर पर निचली और ऊपरी सीमाएं लगा रखी हैं.
ऑनलाइन ट्रैवल टिकटिंग प्लेटफॉर्म ईजमाइट्रिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निशांत पिट्टी ने कहा कि सरकार को हवाई किराए पर लगे कैप का विस्तार नहीं करना चाहिए. दूसरी ओर, कुछ एयरलाइनों ने कहा कि किराया कैप को हटा दिया जाना चाहिए, जबकि कुछ ने किराया कैप के साथ संतुष्टि दिखाई.
24 जुलाई को, विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने घरेलू उड़ानों के लिए हवाई किराए की सीमा पर लगे कैप को 24 अगस्त से बढ़ाकर 24 नवंबर कर दिया था.
भारत ने मई के अंतिम सप्ताह में दो महीने के अंतराल के बाद घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू किया था. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, 27 अक्टूबर तक, 1,48,344 यात्रियों ने देश भर में 3058 उड़ानों में सफर किया.
ये भी पढ़ें: डीजीसीए ने अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवाओं के परिचालन पर रोक 30 नवम्बर तक बढ़ाई
वर्तमान में, सरकार ने घरेलू एयरलाइंस को 60 प्रतिशत क्षमता पर परिचालन करने की अनुमति दी है. देश में घरेलू उड़ानों को क्रमिक तरीके से 25 मई से शुरू किया गया.
मार्च, 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद से देश में अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें निलंबित बनी हुई हैं. हालांकि, सरकार वंदे भारत मिशन और द्विपक्षीय एयर बबल पैक्ट्स के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन कर रही है.