नई दिल्ली : सरकार ने लोगों तक ई-गवर्नेंस सेवाएं पहुंचाने के लिये अमेजन के एलेक्सा या गूगल असिस्टेंट की तरह चैट बॉट या वॉयस असिस्टेंस एप्लिकेशन विकसित करने के लिये शुक्रवार को बोलियां आमंत्रित कीं.
कृत्रिम बुद्धिमता (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) पर आधारित इस संवादी मंच से कई भाषाओं में जनता के साथ बातचीत करने, भावनाओं व इरादों का विश्लेषण करने, उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत अनुभव देने के लिये डेटा एकत्र करने और विश्लेषण करने की अपेक्षा की गयी है.
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इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस खंड ने उमंग मंच पर उपलब्ध कराये जाने के योग्य ऐप के निर्माण के लिये प्रस्ताव आमंत्रित किये हैं. उमंग मंच नागरिकों को सरकारी सेवाएं प्रदान करने वाले विभिन्न ऐप को होस्ट करता है.