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विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने दिसंबर में अबतक 60,094 करोड़ रुपये का निवेश किया

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) घरेलू बाजार में शुद्ध रूप से 60,094 करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह आकड़े दिसंबर तक के हैं. नवंबर में यह 62,951 करोड़ रुपये था.

fpi investment
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Published : Dec 27, 2020, 4:35 PM IST

नई दिल्ली : विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने दिसंबर में घरेलू बाजार में शुद्ध रूप से अबतक 60,094 करोड़ रुपये का निवेश किया है.

डिपोजिटरी आंकड़े के अनुसार एफपीआई ने एक दिसंबर से 24 दिसंबर के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 56,643 करोड़ रुपये और बांड में 3,451 करोड़ रुपये के निवेश किए.

नवंबर में एफपीआई का कुल शुद्ध निवेश 62,951 करोड़ रुपये था.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार अमेरिका में चुनाव के बाद एफपीआई प्रवाह में तेजी आई है.

उन्होंने कहा, 'चुनाव को देखते हुए नए निवेश को रोक लिया गया था. अब चुनाव के सकारात्मक परिणाम के बाद व्यापार नीति में ढिलाई की उम्मीद से वैश्विक शेयर बाजार में तेजी है.'

भारत आर्थिक मोर्चे पर कई सुधारों के साथ अन्य उभरते बाजारों की तुलना में निवेश का बड़ा हिस्सा आकर्षित करने में सफल रहा है.

नायर ने कहा, 'कर सुधार, कोविड-19 संक्रमण पर लगाम लगाने, उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना, एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) को गारंटी जैसे उपायों तथा दवा क्षेत्र की मजबूत क्षमता ने भारत को अन्य उभरते बाजारों की तुलना में आगे रखा है.'

पढ़ें-2021 में निवेश को तैयार? 2020 के इन 3 सबक को रखें ध्यान

उन्होंने कहा कि एफपीआई ने निवेश के मामले में आईटी, स्थिर परिदृश्य वाली कंपनियों तथा औषधि, रसायन एवं दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाले (एफएमसीजी) जैसे क्षेत्रों को तरजीह दी है.

नई दिल्ली : विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने दिसंबर में घरेलू बाजार में शुद्ध रूप से अबतक 60,094 करोड़ रुपये का निवेश किया है.

डिपोजिटरी आंकड़े के अनुसार एफपीआई ने एक दिसंबर से 24 दिसंबर के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 56,643 करोड़ रुपये और बांड में 3,451 करोड़ रुपये के निवेश किए.

नवंबर में एफपीआई का कुल शुद्ध निवेश 62,951 करोड़ रुपये था.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार अमेरिका में चुनाव के बाद एफपीआई प्रवाह में तेजी आई है.

उन्होंने कहा, 'चुनाव को देखते हुए नए निवेश को रोक लिया गया था. अब चुनाव के सकारात्मक परिणाम के बाद व्यापार नीति में ढिलाई की उम्मीद से वैश्विक शेयर बाजार में तेजी है.'

भारत आर्थिक मोर्चे पर कई सुधारों के साथ अन्य उभरते बाजारों की तुलना में निवेश का बड़ा हिस्सा आकर्षित करने में सफल रहा है.

नायर ने कहा, 'कर सुधार, कोविड-19 संक्रमण पर लगाम लगाने, उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना, एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) को गारंटी जैसे उपायों तथा दवा क्षेत्र की मजबूत क्षमता ने भारत को अन्य उभरते बाजारों की तुलना में आगे रखा है.'

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उन्होंने कहा कि एफपीआई ने निवेश के मामले में आईटी, स्थिर परिदृश्य वाली कंपनियों तथा औषधि, रसायन एवं दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाले (एफएमसीजी) जैसे क्षेत्रों को तरजीह दी है.

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