नई दिल्ली: लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुई फुटवियर इंडस्ट्रीज ने चीन से कच्चे माल के आयात पर रोक लगाने की मांग की है. फुटवियर इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों ने केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी के सामने शनिवार को यह मांग उठाई है.
नागपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए नितिन गडकरी ने कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन फुटवियर इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों से रूबरू होने के दौरान उन्हें हरसंभव सरकारी सहायता मिलने का भरोसा दिया. गडकरी ने बताया कि सरकार ने पिछले 10 दिनों में आयकर विभाग के रिफंड के रूप में 5,204 करोड़ रुपये जारी किए हैं, जिससे सेक्टर को बड़े स्तर पर मदद मिलेगी.
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उद्योग प्रतिनिधियों ने गडकरी से कहा, लॉकडाउन के बाद भी उत्पादन धीरे-धीरे शुरू होगा. पूरी क्षमता से परिचालन शुरू होने में कुछ महीने लगेंगे, जिससे अतिरिक्त कच्चे माल की समस्या पैदा होगी. इस नाते चीन से फुटवियर उद्योग के कच्चे माल के आयात पर रोक लगना जरूरी है. ताकि बाजार में कच्चे माल की बाढ़ आने की स्थिति से बचा जा सके.
फुटवियर उद्योग के प्रतिनिधियों ने कोविड-19 महामारी के बीच कार्यशील पूंजी की कमी, लॉजिस्टिक और कच्चे माल की उपलब्धता, कार्यस्थल के हालात, व्यावसायिक परिचालन जारी रखने और फुटवियर उद्योग की मांग संबंधी चिंताएं जाहिर कीं. उन्होंने सरकार से सेक्टर को बचाने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की.
केन्द्रीय मंत्री ने उद्योग से आयात के विकल्प के रूप में काम करने और निर्यात के अवसरों का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया.
नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार ने चुनिंदा उद्योगों को काम शुरू करने की स्वीकृति दी है, हालांकि उद्योगों को कोविड-19 के प्रसार से बचने के लिए जरूरी सुरक्षात्मक कदम भी उठाने होंगे. उन्होंने पीपीपी किट के इस्तेमाल पर जोर दिया और कल-कारखाने शुरू करने के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग पर जोर दिया.
गडकरी ने उद्योग प्रतिनिधियों को भरोसा दिया कि वह सेक्टर को तत्काल राहत दिलाने के लिए वित्त मंत्रालय और वाणिज्य मंत्रालय के सामने उनसे संबंधित मुद्दों को उठाएंगे. गडकरी ने कोविड-19 संकट के बाद पैदा हुए अवसरों को भुनाने की भी उद्योग से अपील की.
(आईएएनएस)