हैदराबाद: पर्सनल फाइनेंस में हम कमाई, बचत और निवेश से जुड़े कई फैसले लेते हैं. क्या हम इन फैसलों को लेने में हमेशा सही साबित होते हैं? सच तो यह है कि हम सभी से गलतियां होती हैं. कोई इससे अछूता नहीं है. हम गलतियों से सीखते हैं या फिर उन्हें भुला बैठते हैं. दोबारा वही गलती करते हैं.
निवेश करते समय इन पांच गलतियों से बचें निवेशक
उत्पाद को बिना समझे निवेश करना
कई लोग उत्साह में पिछले साल के रिटर्न को देखकर शेयरों में निवेश कर देते हैं. यह गलती महंगी साबित हो सकती है. भले ही वह उत्पाद अच्छा हो लेकिन यह निर्णय अस्थिरता और उस समय अवधि को समझे बिना नहीं करना चाहिए. खरीदने के तुरंत बाद यदि वह उत्पाद अधिक अस्थिर हो जाता है तो आप उसे तुरंत निकाल सकते हैं.
भावनात्मक निवेशक ना बनें
कई लोग अपने निवेश के फैसले भावनात्मक रूप से लेते हैं. उदाहरण के लिए जब कोई उत्पाद उन्हें कम समय में अधिक रिटर्न देना शुरू करता है, तो वे इसे पसंद करने लगते हैं और वे इसमें अधिक पैसा लगाते हैं. दूसरी तरफ जब कोई उत्पाद कम समय में नकारात्मक रिटर्न देता है, तो वे इसे नफरत करते हैं और वे इससे अपने पैसे को निकाल लेते हैं.
याद रखें लालच और भय ये दोनों भावनाएं आपके निवेश की यात्रा के लिए खराब हैं. हमेशा छोटे समय के उतार-चढ़ाव पर प्रतिक्रिया न करें और भावना कम करने वाला निवेशक बनें. लंबे समय में जो निवेशक अल्पकालिक गति पर प्रतिक्रिया नहीं करते हैं, वे भावनात्मक निवेशक की तुलना में अधिक पैसा प्राप्त करते हैं.
अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के सुझावों के आधार पर निवेश न करें
मित्रों और रिश्तेदारों के सुझावों के आधार पर निवेश न करें. यह याद रखना चाहिए कि उन्होंने अपने जोखिम क्षमता और निवेश क्षितिज के आधार पर सुझाव दिए होंगे जो कि आप से अलग है.
इसलिए अपने जोखिम क्षमता और वित्तीय लक्ष्य के आधार पर निवेश करें. यदि आपको अपनी व्यक्तिगत वित्तीय नियोजन प्रक्रिया को पूरा करने का ज्ञान नहीं है, तो कृपया एक अच्छे वित्तीय योजनाकार से सहायता लें.
लक्ष्यों के बिना निवेश
अपने निवेश को एक लक्ष्य के साथ करना हमेशा उचित होता है. लक्ष्य के बिना निवेश करना कई ऐसे निर्णयों पर लेकर जाता है जहां हम अपना नुकसान कर लेते हैं. यदि हमारा लक्ष्य साफ होगा तो निवेश की समय सीमा पता होगी.
बहुत अधिक पॉलिसी, फंड, स्टॉक खरीदना
बहुत से लोग जाने-अनजाने में कई बीमा पॉलिसी/ म्यूचुअल फंड / स्टॉक्स खरीदने की गलती करते हैं. यह सोचकर कि वे कई उत्पादों / योजनाओं में विविधता लाकर पोर्टफोलियो में जोखिम कम कर रहे हैं.
पोर्टफोलियो में विविधीकरण रिटर्न को कम करता है. इसके साथ ही एक बार में आपके पोर्टफोलियो को ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है. इसलिए वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमेशा एक टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी, एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और एक म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए.
(लेखक- साईं कृष्णा पत्री, हैदराबाद स्थित प्रमाणित वित्तीय नियोजक हैं. लेखक के विचार व्यक्तिगत हैं.)