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अंतरिम बजट में किये गये आवंटन को बरकरार रखेगा वित्त मंत्रालय - निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पांच जुलाई को बजट पेश करेंगी. मंत्रालय ने एक परिपत्र में यह भी कहा कि वह सिर्फ उन आवश्यक मदों के लिये अतिरिक्त आवंटन करेगा जिनके लिये अंतरिम बजट में आवंटन नहीं किया गया था.

अंतरिम बजट में किये गये आवंटन को बरकरार रखेगा वित्त मंत्रालय
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Published : Jun 5, 2019, 12:37 PM IST

नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों को अंतरिम बजट में किये गये आवंटन को चालू वित्त वर्ष के लिये अंतिम बजट में भी जारी रखने के संकेत दिये हैं. अंतिम बजट लोकसभा में पांच जुलाई को पेश किया जाना है.

लोकसभा चुनाव को देखते हुए वित्त मंत्रालय ने फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया था. अब चूंकि नयी सरकार का गठन हो चुका है, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पांच जुलाई को बजट पेश करेंगी. मंत्रालय ने एक परिपत्र में यह भी कहा कि वह सिर्फ उन आवश्यक मदों के लिये अतिरिक्त आवंटन करेगा जिनके लिये अंतरिम बजट में आवंटन नहीं किया गया था.

मंत्रालय ने कहा, "अंतरिम बजट 2019-20 में किये गये आवंटनों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा."

ये भी पढ़ें: बैंक धोखाधड़ी पर आरबीआई के आंकड़े रिपोर्ट किए जाने वाले वर्ष के हैं: वित्त मंत्रालय

सीतारमण की बजट टीम में वित्त (राज्य) मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम शामिल हैं. आधिकारिक टीम की अगुवाई वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग, खर्च सचिव गिरीश चंद्र मुर्मु, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय, दीपम सचिव अतनु चक्रवर्ती और वित्तीय मामलों के सचिव राजीव कुमार करेंगे.

सीतारमण को अपने बजट में सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था, बढ़ती गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों तथा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के समक्ष तरलता के संकट जैसी वित्तीय चुनौतियों, रोजगार सृजन, निजी निवेश, निर्यात में सुधार, कृषि संकट तथा राजकोषीय दबाव को नियंत्रित रखते हुए सार्वजनिक खर्च बढ़ाने जैसी चुनौतियां होंगी.

नव गठित 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से 26 जुलाई तक चलेगा. वित्त वर्ष 2019-20 के लिये आर्थिक समीक्षा बजट से एक दिन पहले चार जुलाई को जारी होगी.

नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों को अंतरिम बजट में किये गये आवंटन को चालू वित्त वर्ष के लिये अंतिम बजट में भी जारी रखने के संकेत दिये हैं. अंतिम बजट लोकसभा में पांच जुलाई को पेश किया जाना है.

लोकसभा चुनाव को देखते हुए वित्त मंत्रालय ने फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया था. अब चूंकि नयी सरकार का गठन हो चुका है, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पांच जुलाई को बजट पेश करेंगी. मंत्रालय ने एक परिपत्र में यह भी कहा कि वह सिर्फ उन आवश्यक मदों के लिये अतिरिक्त आवंटन करेगा जिनके लिये अंतरिम बजट में आवंटन नहीं किया गया था.

मंत्रालय ने कहा, "अंतरिम बजट 2019-20 में किये गये आवंटनों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा."

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सीतारमण की बजट टीम में वित्त (राज्य) मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम शामिल हैं. आधिकारिक टीम की अगुवाई वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग, खर्च सचिव गिरीश चंद्र मुर्मु, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय, दीपम सचिव अतनु चक्रवर्ती और वित्तीय मामलों के सचिव राजीव कुमार करेंगे.

सीतारमण को अपने बजट में सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था, बढ़ती गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों तथा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के समक्ष तरलता के संकट जैसी वित्तीय चुनौतियों, रोजगार सृजन, निजी निवेश, निर्यात में सुधार, कृषि संकट तथा राजकोषीय दबाव को नियंत्रित रखते हुए सार्वजनिक खर्च बढ़ाने जैसी चुनौतियां होंगी.

नव गठित 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से 26 जुलाई तक चलेगा. वित्त वर्ष 2019-20 के लिये आर्थिक समीक्षा बजट से एक दिन पहले चार जुलाई को जारी होगी.

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नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों को अंतरिम बजट में किये गये आवंटन को चालू वित्त वर्ष के लिये अंतिम बजट में भी जारी रखने के संकेत दिये हैं. अंतिम बजट लोकसभा में पांच जुलाई को पेश किया जाना है.

लोकसभा चुनाव को देखते हुए वित्त मंत्रालय ने फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया था. अब चूंकि नयी सरकार का गठन हो चुका है, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पांच जुलाई को बजट पेश करेंगी. मंत्रालय ने एक परिपत्र में यह भी कहा कि वह सिर्फ उन आवश्यक मदों के लिये अतिरिक्त आवंटन करेगा जिनके लिये अंतरिम बजट में आवंटन नहीं किया गया था.

मंत्रालय ने कहा, "अंतरिम बजट 2019-20 में किये गये आवंटनों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा."

सीतारमण की बजट टीम में वित्त (राज्य) मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम शामिल हैं. आधिकारिक टीम की अगुवाई वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग, खर्च सचिव गिरीश चंद्र मुर्मु, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय, दीपम सचिव अतनु चक्रवर्ती और वित्तीय मामलों के सचिव राजीव कुमार करेंगे.

सीतारमण को अपने बजट में सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था, बढ़ती गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों तथा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के समक्ष तरलता के संकट जैसी वित्तीय चुनौतियों, रोजगार सृजन, निजी निवेश, निर्यात में सुधार, कृषि संकट तथा राजकोषीय दबाव को नियंत्रित रखते हुए सार्वजनिक खर्च बढ़ाने जैसी चुनौतियां होंगी.

नव गठित 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से 26 जुलाई तक चलेगा. वित्त वर्ष 2019-20 के लिये आर्थिक समीक्षा बजट से एक दिन पहले चार जुलाई को जारी होगी.

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