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चीनी कंपनी एक्सपेंग ने चुरा लिए हैं टेस्ला और एप्पल के कोड: मस्क

ट्विटर पर अपने एक फॉलोअर्स संग बात करते हुए मस्क ने इसका खुलासा किया है. यूजर ने उनसे पूछा कि एक्सपेंग लिडार टेक्नोलॉजी का उपयोग क्यों कर रहा है, जो कि टेस्ला से काफी अलग है, इसके जवाब में मस्क ने कहा कि उनके पास हमारे सॉफ्टवेयर का एक पुराना संस्करण है और हमारा एनएन इंटरफियरेंस कम्प्यूटर उनके पास नहीं है.

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Published : Nov 23, 2020, 3:52 PM IST

चीनी कंपनी एक्सपेंग ने चुरा लिए हैं टेस्ला और एप्पल के कोड: मस्क
चीनी कंपनी एक्सपेंग ने चुरा लिए हैं टेस्ला और एप्पल के कोड: मस्क

नई दिल्ली: टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने चीनी इलेक्ट्रिक कार निर्माण कंपनी एक्सपेंग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इसने उनकी इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माण कंपनी के पुराने सोर्स कोड चुरा लिए हैं. मस्क ने एक्सपेंग पर एप्पल के कोड को चुराने का भी आरोप लगाया है.

ट्विटर पर अपने एक फॉलोअर्स संग बात करते हुए मस्क ने इसका खुलासा किया है. यूजर ने उनसे पूछा कि एक्सपेंग लिडार टेक्नोलॉजी का उपयोग क्यों कर रहा है, जो कि टेस्ला से काफी अलग है, इसके जवाब में मस्क ने कहा, "उनके पास हमारे सॉफ्टवेयर का एक पुराना संस्करण है और हमारा एनएन इंटरफियरेंस कम्प्यूटर उनके पास नहीं है."

मस्क ने आगे कहा, "उन्होंने एप्पल के कोड भी चुराए हैं."

जुलाई, 2019 में टेस्ला के एक पूर्व इंजीनियर गुवांग्जी काओ ने टेस्ला के ऑटोपायलट सोर्स कोड को अपने आईक्लाउड अकांउट में अपलोड करने की बात को स्वीकारा था.

टेस्ला ने एक्सपेंग संग कथित तौर पर सीक्रेट कोड साझा करने के चलते काओ पर मुकदमा भी दायर किया था.

ये भी पढ़ें: महंगे प्याज से दिसंबर तक राहत मिलने के आसार कम, आलू के भाव गिरे

टेस्ला में लिडार सेंसर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इनका आधार गहन न्यूरल नेटवर्कस हैं. एक्सपेंग में लिडार का उपयोग किया जाता है, जो कि टेस्ला द्वारा अपने वाहनों में उपयोग गए जाने वाले तकनीक से भिन्न है.

एप्पल ने अपने नए आईफोन 12 की श्रृंखला में लिडार तकनीकि का उपयोग किया ताकि एआर अनुभवों को उन्नत बनाया जा सके.

हालांकि एक्सपेंग ने टेस्ला के ऑटोपायलट कोड को चुराया है या नहीं, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है.

एक्सपेंग ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनके अधिकतर वाहनों में लिडार तकनीकि का इस्तेमाल किया जाएगा, जिनका निर्माण कार्य 2021 में शुरू होगा.

(आईएएनएस)

नई दिल्ली: टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने चीनी इलेक्ट्रिक कार निर्माण कंपनी एक्सपेंग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इसने उनकी इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माण कंपनी के पुराने सोर्स कोड चुरा लिए हैं. मस्क ने एक्सपेंग पर एप्पल के कोड को चुराने का भी आरोप लगाया है.

ट्विटर पर अपने एक फॉलोअर्स संग बात करते हुए मस्क ने इसका खुलासा किया है. यूजर ने उनसे पूछा कि एक्सपेंग लिडार टेक्नोलॉजी का उपयोग क्यों कर रहा है, जो कि टेस्ला से काफी अलग है, इसके जवाब में मस्क ने कहा, "उनके पास हमारे सॉफ्टवेयर का एक पुराना संस्करण है और हमारा एनएन इंटरफियरेंस कम्प्यूटर उनके पास नहीं है."

मस्क ने आगे कहा, "उन्होंने एप्पल के कोड भी चुराए हैं."

जुलाई, 2019 में टेस्ला के एक पूर्व इंजीनियर गुवांग्जी काओ ने टेस्ला के ऑटोपायलट सोर्स कोड को अपने आईक्लाउड अकांउट में अपलोड करने की बात को स्वीकारा था.

टेस्ला ने एक्सपेंग संग कथित तौर पर सीक्रेट कोड साझा करने के चलते काओ पर मुकदमा भी दायर किया था.

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टेस्ला में लिडार सेंसर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इनका आधार गहन न्यूरल नेटवर्कस हैं. एक्सपेंग में लिडार का उपयोग किया जाता है, जो कि टेस्ला द्वारा अपने वाहनों में उपयोग गए जाने वाले तकनीक से भिन्न है.

एप्पल ने अपने नए आईफोन 12 की श्रृंखला में लिडार तकनीकि का उपयोग किया ताकि एआर अनुभवों को उन्नत बनाया जा सके.

हालांकि एक्सपेंग ने टेस्ला के ऑटोपायलट कोड को चुराया है या नहीं, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है.

एक्सपेंग ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनके अधिकतर वाहनों में लिडार तकनीकि का इस्तेमाल किया जाएगा, जिनका निर्माण कार्य 2021 में शुरू होगा.

(आईएएनएस)

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