नई दिल्ली: जैव प्रौद्योगिकी कंपनी बायोकॉन की बायोजॉलिक दवा इटोलिजूमैब का प्रयोग कोविड-19 के मरीजों के इलाज में करने की भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मंजूरी मिल गयी है. कंपनी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी.
कंपनी ने बीएसई को बताया कि डीसीजीआई ने कोविड-19 के कारण श्वसन संबंधी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे मरीजों के इलाज में इटोलिजूमैब इंजेक्शन (25 मिलीग्राम / पांच मिलीलीटर) का आपातकालीन प्रयोग करने की मंजूरी दी है.
कंपनी ने कहा कि इटोलिजूमैब पहली ऐसी बायोलॉजिक दवा है, जिसे दुनिया में कहीं भी कोविड-19 के मरीजों के इलाज में प्रयोग की मंजूरी मिली है.
हालांकि कंपनी ने अभी यह नहीं बताया है कि वह इस दवा को किस दर से बेचेगी. कंपनी ने कहा कि मुंबई और नयी दिल्ली के कई अस्पतालों में नियंत्रित क्लीनिक परीक्षण के परिणामों के बाद इटोलिजूमैब के प्रयोग की मंजूरी मिली है.
बायोकॉन की चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ ने कहा, "नवोन्मेष आधारित एक बायोफार्मा होने के नाते कोविड-19 के मरीजों के इलाज में इटोलिजूमैब के प्रयोग की मंजूरी पाने से हम गौरवान्वित हैं."
ये भी पढ़ें: थम नहीं रही टमाटर की महंगाई, आवक बढ़ने पर भी बढ़ा दाम
उन्होंने कहा कि इसने कोविड-19 महामारी को हराने के प्रयासों में हो रहे वैश्विक नवोन्मेष में भारत को अग्रण्णी बना दिया है. हमारी योजना कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित दुनिया के अन्य देशों में भी इस दवा को उपलब्ध कराने की है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 27,114 नये मामले सामने आये. इस तरह देश में कुल संक्रमितों की संख्या आठ लाख के पार हो गयी. अब तक इस महामारी से देश में 22 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
(पीटीआई-भाषा)