धर्मशाला: यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने 31 जनवरी और एक फरवरी को दो दिन की बैंक हड़ताल का आह्वान किया है. यूएफबीयू नौ ट्रेड यूनियनों का प्रतिनिधित्व करती है.
यूएफबीयू ने कहा है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 11 मार्च से तीन दिन की हड़ताल की जाएगी. उसने एक अप्रैल, 2020 से अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी धमकी दी है. इस तरह बैंक यूनियनों ने तीन चरणों में हड़ताल की योजना बनाई है.
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यूएफबीयू के संयोजक संजीव कुमार बांदलिश ने कहा कि इस बारे में भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के चेयरमैन, वित्तीय सेवा विभाग के सचिव और श्रम मंत्रालय में मुख्य श्रमायुक्त को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है.
बांदलिश ने कहा कि हमने हड़ताल पर जाने का फैसला इसलिए लिया है कि क्योंकि वेतन में 20 प्रतिशत वृद्धि करने, पांच दिन की बैंकिंग, विशेष भत्ते को मूल वेतन के साथ मिलाने और नयी पेंशन योजना को समाप्त करने की हमारी मांग लंबे समय से लंबित है. उन्होंने कहा कि सरकार को कुल 12 मांगें भेजी गई हैं.
यूएफबीयू में ये नौ यूनियनें शामिल हैं:-
- ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए)
- ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स कनफेडरेशन (एआईबीओसी)
- नेशनल कनफेडरेशन आफ बैंक एम्पालाइज (एनसीबीई)
- ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए)
- बैंक एम्पलाइज कनफेडरेशन आफ इंडिया (बीईएफआई)
- इंडियन नेशनल बैंक एम्पलाइन फेडरेशन (आईएनबीईएफ)
- इंडियन नेशनल बैंक आफिसर्स कांग्रेस (आईएनबीओसी)
- नेशनल आर्गेनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडब्ल्यू)
- नेशनल आर्गेनाइजेशन आफ बैंक आफिसर्स (एनओबीओ)