बेंगलुरू: बेंगलुरु हवाईअड्डे ने मंगलवार को विस्तारा की एक उड़ान के साथ 'डिजी यात्रा' सेवा शुरू कर दी. इसका उद्देश्य हवाईअड्डे पर यात्रियों को जगह-जगह दस्तावेज दिखाने के झंझट से मुक्त कराना है.
बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (बीआईएएल) ने विज्ञप्ति में कहा कि वह धीरे-धीरे अन्य उड़ानों और एयरलाइन कंपनियों के लिए बायोमेट्रिक आधारित विमान में चढ़ने (बोर्डिंग) के समाधान मुहैया कराएगी.
बेंगलुरु हवाई अड्डे पर विस्तारा की सभी उड़ानों के अक्टूबर तक बायोमेट्रिक बोर्डिंग प्रक्रिया में शामिल होने की उम्मीद है. डिजी यात्रा, नागर विमानन मंत्रालय और नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) की पहल है.
इस सुविधा का उद्देश्य डिजिटल प्रणाली या ई-बोर्डिंग प्रक्रिया के तहत हवाईअड्डे में प्रवेश के लिए कागजी कार्रवाई को कम करना और बोर्डिंग के लिए यात्रियों के आधार नंबर और मोबाइल फोन जैसे दस्तावेज का उपयोग सुनिश्चित करना है.
ये भी पढ़ें: एअर इंडिया की परिचालन से बाहर 17 विमानों को पुन: उड़ाने की योजना
बीआईएएल ने कहा, "कैम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 22 जून को पंजीकरण से बोर्डिंग तक की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए बायोमेट्रिक-आधारित स्व-बोर्डिंग प्रक्रिया शुरू की गई है. डिजिटल बोर्डिंग प्रक्रिया के तहत यात्री टर्मिनल पहुंचने से पहले अपना पहचान पत्र (आईडी) और बायोमेट्रिक आंकड़ों को दर्ज करके इन्हें अपने उड़ान से जुड़े विवरण से जोड़ सकते हैं.
इसके बाद जब वह यात्रा के लिए हवाईअड्डे पर पहुंचेंगे तो उन्हें यात्रा से जुड़े दस्तावेजों को अपने साथ लाने की जरूरत नहीं होगी. दरअसल वे बायोमेट्रिक तकनीक द्वारा हर जांच बिंदु (टचप्वाइंट) पर प्रमाणित और सत्यापित हो जाएंगे. बीआईएएल ने कहा कि यह प्रक्रिया उच्च स्तर की सुरक्षा की पेशकश करने के साथ गोपनीयता के कड़े मानकों का भी ध्यान रखती है.
बोर्डिंग प्रक्रिया के लिए बायोमैट्रिक आंकड़ों का उपयोग सिर्फ यात्रियों के सत्यापन के लिए किया जाएगा न कि उनकी पहचान के लिए. इसके अलावा उड़ान पूरी होने के कुछ घंटों के अंदर यात्रियों के आंकड़ों को मिटा दिया जाएगा.
फिलहाल यह सुविधा बेंगलुरू से मुंबई जाने वाली विस्तारा की उड़ान यूके -864 के यात्रियों को मिलेगी. इस प्रक्रिया के तहत उन्हें हर जगह पर यात्रा से जुड़े दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं होगी.