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साउथ MCD: मेयर बनने की रेस में ये तीन नाम सबसे आगे, 26 को होगा फैसला - mayor candidate of mcd

चुनाव 26 अप्रैल को है लेकिन निगम में भाजपा का बहुमत है और इस बात पर कोई शक नहीं है कि मेयर और डिप्टी मेयर भाजपा का ही होगा. 18 अप्रैल तक होने वाले नामांकन पर सबकी निगाहें टिकी हैं.

मेयर बनने की रेस
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Published : Apr 12, 2019, 9:23 AM IST

नई दिल्ली: मेयर पद के लिए चुनाव की घोषणा होने के साथ ही कयासों का बाजार गर्म होने लगा है. साउथ MCD में 26 अप्रैल को होने वाली साल की पहली बैठक में चुनाव होना है.
अनुसूचित जाति में सीट रिजर्व्ड होने के चलते ऐसे कई पार्षद हैं जो भाजपा उम्मीदवार बन सकते हैं, लेकिन इन नामों में से भी 3 नाम ऐसे हैं जिनकी दावेदारी अलग-अलग पैमानों के हिसाब से सबसे प्रबल मानी जा रही है.

चुनाव 26 अप्रैल होगा चुनाव
चुनाव 26 अप्रैल को है लेकिन निगम में भाजपा का बहुमत है और इस बात पर कोई शक नहीं है कि मेयर और डिप्टी मेयर भाजपा का ही होगा. 18 अप्रैल तक होने वाले नामांकन पर सबकी निगाहें टिकी हैं. कहा जा रहा है कि मेयर पद पाने के लिए पिछले कई महीनों से प्रदेश भाजपा कार्यालय में नेताओं की परिक्रमा शुरू हो गई थी.

मेयर बनने की रेस

पूर्व उप-महापौर का नाम रेस में आगे
जिन पार्षदों के नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है उसमें पूर्व-उपमहापौर और अभी के समय में वेस्ट जोन चेयरमैन कैलाश सांकला आगे चल रहे हैं. सूत्रों की मानें तो पार्टी किसी ऐसे व्यक्ति को चुनना चाहती है जो अनुभवी हो और पद की जिम्मेदारी को संभाल सके.

इस हिसाब से सांकला को पहली पसंद के तौर पर देखा जा रहा है. चर्चा तो यहां तक है कि वेस्ट ज़ोन के कर्मचारी तो महीनों से ज़ोन चेयरमैन को मेयर मान कर बैठे हैं.

मंडल अध्यक्ष को दिया जा सकता है मौका
सीट रिज़र्व होने के चलते मेयर बनाने में मर्ज़ी बहुत हद तक नहीं चल सकती लेकिन इसमें भी संगठन से लंबे समय से जुड़े लोगों को मौका दिया जा सकता है.
यही वजह है कि आठ बार के मंडल अध्यक्ष और पिछले 30-32 सालों से पार्टी से जुड़े विनोद कुमार को नाम भी खूब उछल रहा है.

कोटला मुबारकपुर से पार्षद विनोद कुमार वाल्मीकि समाज से आते हैं और पिछले दो बार से निगम में अनुसूचित जाति कल्याण कमिटी के अध्यक्ष भी हैं. चुनावों में कुमार को अच्छे वोट मार्जिन से जीत हासिल हुई थी. इसलिए कुमार को प्रबल दावेदारों में गिना जा रहा है.

महिला उम्मीदवार हो सकती है विकल्प
उक्त नामों से अलग मादीपुर से पार्षद सुनीता कांगड़ा का नाम भी उम्मीदवारों की लिस्ट में है. कहा जा रहा है कि सुनीता के नाम की भाजपा के बड़े नेता पैरवी कर रहे हैं.

रिज़र्व कैटेगरी के होने के साथ-साथ इनको महिला होने का फायदा मिल सकता है. तीसरे साल में एक बार फिर पार्टी किसी महिला को मेयर बनाने की सोच सकती है. अगर ऐसा होता है तो विकल्प कई होने के बावजूद सुनीता कांगड़ा पहली पसंद हो सकती हैं.

इनको भूला नहीं जा सकता
इन तीन नामों से अलग कई नाम ऐसे भी हैं जिनके नाम की चर्चा तो बहुत अधिक नहीं है लेकिन वह मेयर पद के उम्मीदवार बन सकते हैं. इन नामों में वार्ड 4 से पूर्वा सांकला, वार्ड 80 से रेखा, वार्ड 94 से संजू रानी, वार्ड नंबर 92 से विनोद कुमार और वार्ड नंबर 13 से संतोष देवी हो सकती हैं.

नई दिल्ली: मेयर पद के लिए चुनाव की घोषणा होने के साथ ही कयासों का बाजार गर्म होने लगा है. साउथ MCD में 26 अप्रैल को होने वाली साल की पहली बैठक में चुनाव होना है.
अनुसूचित जाति में सीट रिजर्व्ड होने के चलते ऐसे कई पार्षद हैं जो भाजपा उम्मीदवार बन सकते हैं, लेकिन इन नामों में से भी 3 नाम ऐसे हैं जिनकी दावेदारी अलग-अलग पैमानों के हिसाब से सबसे प्रबल मानी जा रही है.

चुनाव 26 अप्रैल होगा चुनाव
चुनाव 26 अप्रैल को है लेकिन निगम में भाजपा का बहुमत है और इस बात पर कोई शक नहीं है कि मेयर और डिप्टी मेयर भाजपा का ही होगा. 18 अप्रैल तक होने वाले नामांकन पर सबकी निगाहें टिकी हैं. कहा जा रहा है कि मेयर पद पाने के लिए पिछले कई महीनों से प्रदेश भाजपा कार्यालय में नेताओं की परिक्रमा शुरू हो गई थी.

मेयर बनने की रेस

पूर्व उप-महापौर का नाम रेस में आगे
जिन पार्षदों के नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है उसमें पूर्व-उपमहापौर और अभी के समय में वेस्ट जोन चेयरमैन कैलाश सांकला आगे चल रहे हैं. सूत्रों की मानें तो पार्टी किसी ऐसे व्यक्ति को चुनना चाहती है जो अनुभवी हो और पद की जिम्मेदारी को संभाल सके.

इस हिसाब से सांकला को पहली पसंद के तौर पर देखा जा रहा है. चर्चा तो यहां तक है कि वेस्ट ज़ोन के कर्मचारी तो महीनों से ज़ोन चेयरमैन को मेयर मान कर बैठे हैं.

मंडल अध्यक्ष को दिया जा सकता है मौका
सीट रिज़र्व होने के चलते मेयर बनाने में मर्ज़ी बहुत हद तक नहीं चल सकती लेकिन इसमें भी संगठन से लंबे समय से जुड़े लोगों को मौका दिया जा सकता है.
यही वजह है कि आठ बार के मंडल अध्यक्ष और पिछले 30-32 सालों से पार्टी से जुड़े विनोद कुमार को नाम भी खूब उछल रहा है.

कोटला मुबारकपुर से पार्षद विनोद कुमार वाल्मीकि समाज से आते हैं और पिछले दो बार से निगम में अनुसूचित जाति कल्याण कमिटी के अध्यक्ष भी हैं. चुनावों में कुमार को अच्छे वोट मार्जिन से जीत हासिल हुई थी. इसलिए कुमार को प्रबल दावेदारों में गिना जा रहा है.

महिला उम्मीदवार हो सकती है विकल्प
उक्त नामों से अलग मादीपुर से पार्षद सुनीता कांगड़ा का नाम भी उम्मीदवारों की लिस्ट में है. कहा जा रहा है कि सुनीता के नाम की भाजपा के बड़े नेता पैरवी कर रहे हैं.

रिज़र्व कैटेगरी के होने के साथ-साथ इनको महिला होने का फायदा मिल सकता है. तीसरे साल में एक बार फिर पार्टी किसी महिला को मेयर बनाने की सोच सकती है. अगर ऐसा होता है तो विकल्प कई होने के बावजूद सुनीता कांगड़ा पहली पसंद हो सकती हैं.

इनको भूला नहीं जा सकता
इन तीन नामों से अलग कई नाम ऐसे भी हैं जिनके नाम की चर्चा तो बहुत अधिक नहीं है लेकिन वह मेयर पद के उम्मीदवार बन सकते हैं. इन नामों में वार्ड 4 से पूर्वा सांकला, वार्ड 80 से रेखा, वार्ड 94 से संजू रानी, वार्ड नंबर 92 से विनोद कुमार और वार्ड नंबर 13 से संतोष देवी हो सकती हैं.

Intro:नई दिल्ली:
मेयर पद के लिए चुनाव की घोषणा होने के साथ ही कयासों का बाजार गर्म होने लगा है. साउथ एमसीडी में 26 अप्रैल को होने वाली साल की पहली बैठक में चुनाव होना है. वैसे तो अनुसूचित जाति में सीट रिजर्व्ड होने के चलते ऐसे कुल कई पार्षद हैं जो भाजपा उम्मीदवार बन सकते हैं लेकिन इन नामों में से भी 3 नाम ऐसे हैं जिनकी दावेदारी अलग-अलग पैमानों के हिसाब से सबसे प्रबल मानी जा रही है.


Body:दरअसल, चुनाव 26 अप्रैल को है लेकिन निगम में भाजपा का बहुमत है और इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि मेयर और डिप्टी मेयर भाजपा का ही होगा. ऐसे में 18 अप्रैल तक होने वाले नामांकन पर सबकी निगाहें टिकी है. कहा जा रहा है कि मेयर पद पाने के लिए पिछले कई महीनों से प्रदेश भाजपा कार्यालय में नेताओं की परिक्रमा शुरू हो गई थी.

**पूर्व उप-महापौर का नाम रेस में आगे**
जिन पार्षदों के नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है उसमें पूर्व-उपमहापौर और अभी के समय में वैस्ट जोन चेयरमैन कैलाश सांकला आगे चल रहे हैं. सूत्रों की मानें तो पार्टी किसी ऐसे व्यक्ति को चुनना चाहती है जो अनुभवी हो और पद की जिम्मेदारी को संभाल सके. इस हिसाब से सांकला को पहली पसंद के तौर पर देखा जा रहा है. चर्चा तो यहां तक है कि वैस्ट जोन के कर्मचारी तो महीनों से जोन चेयरमैन को मेयर मान कर बैठे हैं.

**आठ बार के मंडल अध्यक्ष को दिया जा सकता है मौका**
सीट रिज़र्व होने के चलते मेयर बनाने में मर्जी बहुत हद तक नहीं चल सकती लेकिन इसमें भी संगठन से लंबे समय से जुड़े लोगों को मौका दिया जा सकता है. यही कारण है कि आठ बार के मंडल अध्यक्ष और पिछले 30-32 सालों से पार्टी से जुड़े विनोद कुमार को नाम भी खूब उछल रहा है. कोटला मुबारकपुर से पार्षद विनोद कुमार वाल्मीकि समाज से आते हैं और पिछले दो बार से निगम में अनुसूचित जाति कल्याण कमिटी के अध्यक्ष भी हैं. चुनावों में कुमार को अच्छे वोट मार्जिन से जीत हांसिल हुई थी. ऐसे में कुमार को इस रेस में आगे खड़े दावेदारों में गिना जा रहा है.

**महिला उम्मीदवार हो सकती है विकल्प**
उक्त नामों से अलग मादीपुर से पार्षद सुनीता कांगड़ा का नाम भी उम्मीदवारों की लिस्ट में है. कहा जा रहा है कि सुनीता के नाम की पैरवी भाजपा के बड़े नेता कर रहे हैं. रिज़र्व केटेगरी का होने के साथ-साथ इनको महिला होने का फायदा मिल सकता हैं. तीसरे साल में एक बार फिर पार्टी किसी महिला को मेयर बनाने की सोच सकती है. और अगर ऐसा होता है तो विकल्प कई होने के बावजूद सुनीता कांगड़ा पहली पसंद हो सकती हैं.

**इनको नहीं भूला जा सकता**
इन तीन नामों से अलग कई नाम ऐसे भी हैं जिनके नाम की चर्चा तो बहुत अधिक नहीं है लेकिन वह मेयर पद के उम्मीदवार बन सकते हैं. इन नामों में वार्ड 4 से पूर्वा सांकला, वार्ड 80 से रेखा, वार्ड 94 से संजू रानी, वार्ड नंबर 92 से विनोद कुमार और वार्ड नंबर 13 से संतोष देवी हो सकती हैं.


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