नई दिल्ली: वेटिंग रूम निजी कंपनी को सौंपने के बाद नई दिल्ली स्टेशन पर अब प्लेटफार्म टिकट बिक्री में आउटसोर्सिंग की तैयारी चल रही है.
दिल्ली मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, प्लेटफार्म टिकट बिक्री के लिए नई दिल्ली स्टेशन पर मशीनों के अलावा काउंटरों का भी खूब इस्तेमाल किया जाता है. पिछले दिनों ही आला अधिकारियों ने इसे लेकर सवाल किया था कि क्या प्लेटफार्म टिकट के लिए इतना स्टाफ लगाना ठीक है. इसी के बाद सुझाव आए कि क्यों न इस स्टाफ को अन्य काउंटरों पर लगाकर भीड़ के समय में यात्रियों को सहूलियत दी जाए.
जानकारी के मुताबिक, मंडल के कमर्शियल विभाग को इस संबंध में आदेश दिया गया है. इसमें कहा गया है कि प्लेटफार्म टिकट की बिक्री के लिए किसी कंपनी को बुलाया जाए. इस कंपनी को टिकट की बिक्री के आधार पर रेलवे को औसत राशि देनी होगी. साथ ही कंपनी को उन शर्तों का पालन करना होगा जिसमें यात्रियों की सहूलियत को प्राथमिकता दी गई है.
रेलवे में यह पहली बार नहीं है जब प्लेटफॉर्म टिकट बिक्री का काम कमर्शियल विभाग से अलग कोई और कंपनी कर रही है. इससे पहले दिल्ली मंडल के आनंद विहार रेलवे स्टेशन को आईआरएसडीसी ने टेकओवर किया था जिसके बाद वहां प्लेटफॉर्म टिकट बिक्री का काम आईआरएसडीसी ही कर रही है. हालांकि आईआरएसडीसी रेलवे की एक संस्था है जबकि नई दिल्ली स्टेशन पर यह काम किसी निजी कंपनी को मिल सकता है.