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नोएडा: मनमानी फीस बढ़ोतरी पर जिला प्रशासन करेगा कार्रवाई

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Published : May 11, 2019, 8:44 AM IST

Updated : May 11, 2019, 10:01 AM IST

जिला नियामक समिति के आदेश के बावजूद भी फीस बढ़ोतरी को लेकर 46 स्कूलों में से ज्यादातर ने समिति के सामने शपथ पत्र जमा नहीं किया है. जिसके चलते जिला प्रशासन ने कार्रवाई के संकेत दिए हैं

मनमानी फीस बढ़ोतरी पर जिला प्रशासन सख्त, होगी कार्रवाई

नई दिल्ली/नोएडा: प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोतरी की मनमानी के चलते जिला प्रशासन ने कार्रवाई के संकेत दिए हैं. जिला शुल्क नियामक समिति के आदेश के बावजूद भी फीस बढ़ोतरी को लेकर 46 स्कूलों में से ज्यादातर ने समिति के सामने शपथ पत्र जमा नहीं किया है. जिसके कारण डीएम के अध्यक्षता में होने वाली जिला प्रशासन की कमेटी बैठक में सभी स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी.

प्राइवेट स्कूलों पर कार्रवाई करेगा प्रशासन


गौरतलब है कि 8 मई तक 46 स्कूलों को नोटिस जारी कर शपथ पत्र जमा करने के लिए कहा गया था लेकिन तारीख गुजरने के बावजूद भी ज्यादातर स्कूलों ने शपथ पत्र नहीं जमा किए.

ऐसे में जल्द ही जिला प्रशासन प्राइवेट स्कूलों की मनमाने ढंग से फीस बढ़ोतरी पर और शपथ पत्र जमा नहीं करने पर कार्रवाई कर सकता है.

8 स्कूलों पर होगी सुनवाई
इसके अलावा कमेटी फीस वृद्धि करने वाले 8 स्कूलों के खिलाफ आने वाली शिकायतों की भी सुनवाई करेगा. यूपी फीस वृद्धि अधिनियम 2018 के तहत स्कूल मनमाने ढंग से फीस वृद्धि नहीं कर सकते हैं और अगर करते है तो फीस वृद्धि की जानकारी अपने वेबसाइट पर भी साझा करेंगे. ऐसा ना करने पर जिला प्रशासन प्राइवेट स्कूलों पर कार्रवाई करेगा.


क्या है यूपी फीस रेगुलेशन एक्ट?
यूपी फीस रेगुलेशन एक्ट पहले जिला प्रशासन में स्कूलों पर मनमाने ढंग से फीस वृद्धि को लेकर कार्रवाई करेगा. पहली बार दोषी पाए जाने पर 1 लाख और दुबारा दोषी पाए जाने पर 5 लाख और तीसरी बार में स्कूल के लाइसेंस कैंसिलेशन के लिए शासन को पत्र लिखा जाता है.

नई दिल्ली/नोएडा: प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोतरी की मनमानी के चलते जिला प्रशासन ने कार्रवाई के संकेत दिए हैं. जिला शुल्क नियामक समिति के आदेश के बावजूद भी फीस बढ़ोतरी को लेकर 46 स्कूलों में से ज्यादातर ने समिति के सामने शपथ पत्र जमा नहीं किया है. जिसके कारण डीएम के अध्यक्षता में होने वाली जिला प्रशासन की कमेटी बैठक में सभी स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी.

प्राइवेट स्कूलों पर कार्रवाई करेगा प्रशासन


गौरतलब है कि 8 मई तक 46 स्कूलों को नोटिस जारी कर शपथ पत्र जमा करने के लिए कहा गया था लेकिन तारीख गुजरने के बावजूद भी ज्यादातर स्कूलों ने शपथ पत्र नहीं जमा किए.

ऐसे में जल्द ही जिला प्रशासन प्राइवेट स्कूलों की मनमाने ढंग से फीस बढ़ोतरी पर और शपथ पत्र जमा नहीं करने पर कार्रवाई कर सकता है.

8 स्कूलों पर होगी सुनवाई
इसके अलावा कमेटी फीस वृद्धि करने वाले 8 स्कूलों के खिलाफ आने वाली शिकायतों की भी सुनवाई करेगा. यूपी फीस वृद्धि अधिनियम 2018 के तहत स्कूल मनमाने ढंग से फीस वृद्धि नहीं कर सकते हैं और अगर करते है तो फीस वृद्धि की जानकारी अपने वेबसाइट पर भी साझा करेंगे. ऐसा ना करने पर जिला प्रशासन प्राइवेट स्कूलों पर कार्रवाई करेगा.


क्या है यूपी फीस रेगुलेशन एक्ट?
यूपी फीस रेगुलेशन एक्ट पहले जिला प्रशासन में स्कूलों पर मनमाने ढंग से फीस वृद्धि को लेकर कार्रवाई करेगा. पहली बार दोषी पाए जाने पर 1 लाख और दुबारा दोषी पाए जाने पर 5 लाख और तीसरी बार में स्कूल के लाइसेंस कैंसिलेशन के लिए शासन को पत्र लिखा जाता है.

Intro:गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने प्राइवेट स्कूलों पर बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। जिला सूरत नियामक समिति के आदेश के बावजूद भी फीस बढ़ोतरी को लेकर 46 स्कूलों में से ज्यादातर ने समिति के सामने शपथ पत्र जमा नहीं किया है। ऐसे में जल्द ही डीएम के अध्यक्षता में होने वाली कमेटी की बैठक में सभी स्कूलों पर कार्रवाई के लिए चर्चा की जाएगी।


Body:बता दे 8 मई तक 46 स्कूलों को नोटिस जारी कर शपथ पत्र जमा करने के लिए कहा गया था। हालांकि तिथि गुजरने के बावजूद ज्यादातर स्कूलों ने शपथ पत्र नहीं जमा किया। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्दी जिला प्रशासन प्राइवेट स्कूलों की मनमाने ढंग से फीस वृद्धि पर और शपथ पत्र जमा नहीं करने पर एक बड़ी कार्रवाई कर सकती है।

इसके अलावा कमेटी फीस वृद्धि करने वाले 8 स्कूलों के खिलाफ आने वाली शिकायतों की भी सुनवाई करेगा। यूपी फीस वृद्धि अधिनियम 2018 के तहत स्कूल मनमाने ढंग से फीस वृद्धि नहीं कर सकते हैं और फीस वृद्धि की जानकारी व अपने वेबसाइट पर भी साझा करेंगे। ऐसा नहीं करने पर जिला प्रशासन प्राइवेट स्कूलों पर कार्रवाई कर सकता है।


Conclusion:यूपी फीस रेगुलेशन एक्ट पहले जिला प्रशासन में स्कूलों पर मनमाने ढंग से फीस वृद्धि को लेकर पहली बार दोषी पाए जाने पर 1 लाख, दुबारा 5 लाख और तीसरी बार स्कूल के लाइसेंस कैंसिलेशन को शासन को पत्र लिख सकता है।

समिति के अध्यक्ष और गौतम बुद्ध नगर जिला अधिकारी डीएन सिंह के निर्देश पर समिति के सचिव और जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ पीके उपाध्याय ने दोबारा इन स्कूलों को नोटिस जारी किया अंतिम तिथि गुजरने के बाद यह साफ संकेत दे दिए गए हैं कि कमेटी की अगली बैठक में स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Last Updated : May 11, 2019, 10:01 AM IST
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