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मेट्रो मैन ने केजरीवाल की 'फ्री राइड' योजना पर उठाए सवाल, प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

दिल्ली सरकार की मेट्रो में महिलाओं की फ्री योजना को मेट्रो मैन ई. श्रीधरन ने गलत बताया है. जिसके चलते उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर योजना को खारिज करने की अपील की है.

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Published : Jun 14, 2019, 6:13 PM IST

दिल्ली मेट्रो

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा मेट्रो में महिलाओं की फ्री योजना को मेट्रो मैन ई. श्रीधरन ने गलत बताया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस योजना को खारिज करने की अपील की है.

जानकारी के अनुसार ई. श्रीधरन ने दिल्ली में मेट्रो की शुरुआत की थी. आज दिल्ली में मेट्रो 327 किलोमीटर चल रही है और इसका श्रेय उन्हीं को जाता है. दिल्ली सरकार द्वारा मेट्रो में महिलाओं की फ्री यात्रा को लेकर उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस पत्र में लिखा है कि दिल्ली मेट्रो में फ्री यात्रा को किसी प्रकार से मंजूर नहीं किया जाना चाहिए. यह भविष्य के लिए खराब निर्णय होगा.

मेट्रो मैन ई. श्रीधरन ने 'फ्री राइड' योजना पर उठाए सवाल

'फ्री यात्रा नहीं सब्सिडी दे सरकार'
मेट्रो मैन की तरफ से लिखे गए पत्र में यह सुझाव दिया गया है कि अगर दिल्ली सरकार जनता को राहत देना चाहती है तो वह इसका विरोध नहीं कर रहे. वह केवल मुफ्त यात्रा का विरोध कर रहे हैं. अगर सरकार चाहे तो सब्सिडी देकर महिलाओं के बैंक खाते में ट्रेवव की रकम को भेज सकती है. इससे दिल्ली सरकार की मदद महिलाओं तक पहुंच जाएगी.

पहले भी कर चुके हैं विरोध
जानकारी के अनुसार ऐसा पहली बार नहीं है जब ई. श्रीधरन ने मेट्रो में मुफ्त सफर को गलत बताया है. डीएमआरसी के निदेशक रहते हुए भी उन्होंने इसका विरोध किया था. गौरतलब है कि शीला दीक्षित सरकार पत्रकारों के लिए मेट्रो में मुफ्त यात्रा को लेकर विचार कर रही थी. इस बारे में जब मेट्रो मैन से बात की गई तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया था. उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि मेट्रो में मुफ्त सफर को वह मंजूर नहीं करेंगे.

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा मेट्रो में महिलाओं की फ्री योजना को मेट्रो मैन ई. श्रीधरन ने गलत बताया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस योजना को खारिज करने की अपील की है.

जानकारी के अनुसार ई. श्रीधरन ने दिल्ली में मेट्रो की शुरुआत की थी. आज दिल्ली में मेट्रो 327 किलोमीटर चल रही है और इसका श्रेय उन्हीं को जाता है. दिल्ली सरकार द्वारा मेट्रो में महिलाओं की फ्री यात्रा को लेकर उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस पत्र में लिखा है कि दिल्ली मेट्रो में फ्री यात्रा को किसी प्रकार से मंजूर नहीं किया जाना चाहिए. यह भविष्य के लिए खराब निर्णय होगा.

मेट्रो मैन ई. श्रीधरन ने 'फ्री राइड' योजना पर उठाए सवाल

'फ्री यात्रा नहीं सब्सिडी दे सरकार'
मेट्रो मैन की तरफ से लिखे गए पत्र में यह सुझाव दिया गया है कि अगर दिल्ली सरकार जनता को राहत देना चाहती है तो वह इसका विरोध नहीं कर रहे. वह केवल मुफ्त यात्रा का विरोध कर रहे हैं. अगर सरकार चाहे तो सब्सिडी देकर महिलाओं के बैंक खाते में ट्रेवव की रकम को भेज सकती है. इससे दिल्ली सरकार की मदद महिलाओं तक पहुंच जाएगी.

पहले भी कर चुके हैं विरोध
जानकारी के अनुसार ऐसा पहली बार नहीं है जब ई. श्रीधरन ने मेट्रो में मुफ्त सफर को गलत बताया है. डीएमआरसी के निदेशक रहते हुए भी उन्होंने इसका विरोध किया था. गौरतलब है कि शीला दीक्षित सरकार पत्रकारों के लिए मेट्रो में मुफ्त यात्रा को लेकर विचार कर रही थी. इस बारे में जब मेट्रो मैन से बात की गई तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया था. उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि मेट्रो में मुफ्त सफर को वह मंजूर नहीं करेंगे.

Intro:नई दिल्ली
दिल्ली सरकार द्वारा मेट्रो में महिलाओं की फ्री योजना को मेट्रो मैन ई. श्रीधरन ने गलत बताया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस योजना को खारिज करने की अपील की है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि मेट्रो में किसी प्रकार की फ्री यात्रा नहीं होनी चाहिए. इसकी जगह अगर दिल्ली सरकार चाहे तो वह मेट्रो महिला यात्रियों के लिए सबसिडी उनके बैंक खाते में भेज दे.


Body:जानकारी के अनुसार ई. श्रीधरन ने दिल्ली में मेट्रो की शुरुआत की थी. आज दिल्ली में मेट्रो 327 किलोमीटर चल रही है और इसका श्रेय उन्हीं को जाता है. दिल्ली सरकार द्वारा मेट्रो में महिलाओं की फ्री यात्रा को लेकर उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस पत्र में लिखा है कि दिल्ली मेट्रो में फ्री यात्रा को किसी प्रकार से मंजूर नहीं किया जाना चाहिए. यह भविष्य के लिए खराब निर्णय होगा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए.


सस्ता हो सकता है मेट्रो का सफर
मेट्रो मैन की तरफ से लिखे गए पत्र में यह सुझाव दिया गया है कि अगर दिल्ली सरकार जनता को राहत देना चाहती है तो वह इसका विरोध नहीं कर रहे. वह केवल मुफ्त यात्रा का विरोध कर रहे हैं. अगर सरकार चाहे तो वह सब्सिडी देकर महिलाओं के बैंक खाते में इस रकम को भेज दे. इससे दिल्ली सरकार की मदद महिलाओं तक पहुंच जाएगी.


पहले भी कर चुके हैं मुफ्त यात्रा का विरोध
सूत्रों के अनुसार ऐसा पहली बार नहीं है जब ई. श्रीधरन ने मेट्रो में मुफ्त सफर को गलत बताया है. डीएमआरसी के निदेशक रहते हुए भी उन्होंने इसका विरोध किया था. दरअसल शीला दीक्षित सरकार पत्रकारों के लिए मेट्रो में मुफ्त यात्रा को लेकर विचार कर रही थी. इस बारे में जब मेट्रो मैन से बात की गई तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया था. उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि मेट्रो में मुफ्त सफर को वह मंजूर नहीं करेंगे.





Conclusion:दिल्ली सरकार की है यह योजना
वर्ष 2019 के अंत में दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. उससे कुछ माह पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मेट्रो एवं डीटीसी बस में महिलाओं को मुफ्त सफर का तोहफा देना चाहते हैं. डीएमआरसी की तरफ से सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके लिए लगभग 1500 करोड़ रुपये की सब्सिडी दिल्ली सरकार को देनी होगी और इसे लागू करने में आठ माह से एक वर्ष तक का समय लग सकता है.
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