नई दिल्ली: मुखर्जी नगर कांड में दिल्ली पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. एक तरफ जहां सरबजीत की शिकायत पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है तो वहीं दूसरी तरफ घायल पुलिसकर्मियों के बयान पर सरबजीत और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
इस पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. इसके अलावा संयुक्त आयुक्त भी अलग से जांच कर रहे हैं.
दर्ज हुई दो FIR
डीसीपी मधुर वर्मा ने बताया कि मुखर्जी नगर इलाके में हुई घटना को लेकर दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं. पहली एफआईआर इस घटना में घायल हुए एएसआई योगराज और सिपाही मुकेश के बयान पर सरबजीत और अन्य के खिलाफ है. इसमें सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और चोट पहुंचाने की धाराएं लगाई गई हैं.
वहीं दूसरी तरफ सरबजीत की शिकायत पर चोट पहुंचाने की एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें किसी को नामजद नहीं किया गया है. जांच में जिन पुलिसकर्मियों के नाम सामने आएगा उन्हें आरोपी बनाया जाएगा.
दोनों FIR की जांच करेगी क्राइम ब्रांच
मधुर वर्मा ने बताया कि इस मामले में लोकल पुलिस के खिलाफ आरोप हैं. इसलिए इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए कमिश्नर की तरफ से क्राइम ब्रांच को लगाया गया है. उन्होंने बताया कि अभी एमएलसी आनी बाकी है. इसमें जिस प्रकार की चोटें सामने आएंगी उनके अनुसार क्राइम ब्रांच आगे एफआईआर में धाराएं जोड़ेगी. फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. क्राइम ब्रांच जांच के बाद इस मामले में गिरफ्तारी करेगी. इसके अलावा उत्तरी रेंज के संयुक्त आयुक्त मनीष अग्रवाल भी मामले की जांच कर रहे हैं.
पहले सरबजीत ने किया हमला
मधुर वर्मा ने बताया कि इस मामले में जो वीडियो सामने आये हैं उनके अनुसार पहले सरबजीत ने हमला किया है. इसके बाद पुलिस की तरफ से मारपीट की गई है. उन्होंने बताया कि पुलिस का रवैया प्रोफेशनल नहीं था. इसमें मारपीट करना गलत है. इसलिए प्राथमिक जांच के बाद तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.