नई दिल्ली/इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ बातचीत करने के बहाने एक बार फिर कश्मीर राग छेड़ा है. प्रधानमंत्री मोदी के संदेश के जवाब में इमरान ने मोदी के संदेश का स्वागत किया. उन्होंने व्यापक बातचीत शुरू करने की बात कही है.
इमरान ने कहा कि हम पाकिस्तान दिवस मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है, ये समय भारत के साथ व्यापक बातचीत करने और मुद्दों को सुलझाने का है.
कश्मीर का खासतौर से जिक्र करते हुए इमरान ने मध्य कश्मीर की बात कही. उन्होंने भारत के साथ शांति और समृद्धि के साथ एक नया रिश्ता कायम करने की बात कही.
इससे पहले शुक्रवार शाम इमरान ने बताया कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर उन्हें भारत के प्रधानमंत्री का संदेश मिला. उन्होंने मोदी के हवाले से कहा 'मैं पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर यहां के लोगों को शुभकामनाएं और बधाई देता हूं.'
इमरान खान ने बताया कि मोदी के संदेश में उपमहाद्वीप के लोगों से एकजुट होकर काम करने की जरूरत का जिक्र किया गया है. उन्होंने कहा कि मोदी ने वर्तमान समय में लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण, समृद्ध क्षेत्र बनाने सहित क्षेत्र को हिंसा और आतंक मुक्त बनाने की बात कही है.
पेशे से पूर्व क्रिकेटर रहे इमरान ने पाक की राजनीति में कदम रखने के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का गठन किया था. पाक में 2017-18 में हुए आम चुनावों में इमरान खान की पार्टी को सफलता मिली. इसके बाद वे पहली बार पाक के प्रधानमंत्री बने.
इससे पहले वे कई बार सांसद भी निर्वाचित हो चुके हैं. बता दें कि दिसंबर, 2015 में पाकिस्तान के तत्कालीन सांसद रहे इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी से नई दिल्ली में भेंट की थी.
इस दौरे पर इमरान खान के साथ वर्तमान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी व कुछ अन्य लोग भी मौजूद थे. वर्तमान में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) डोवाल और पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर भी मोदी-इमरान की भेंट के साक्षी बने थे.
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भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक इमरान खान ने मोदी को पाक आने का न्योता भी दिया था. हालांकि, गत 14 फरवरी, 2018 को जम्मू-कश्मीर के पुलावामा में हुए आतंकी हमलों के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी है.
पाक स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 40 जवान शहीद हुए थे. पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने खुफिया सूचना के आधार पर पाक स्थित बालाकोट में जैश के ठिकानों पर 26 फरवरी को अ-सैन्य प्रीअम्पटीव कार्रवाई की थी.
इसके बाद अगले ही दिन 27 फरवरी को पाक ने भी भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन किया. जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय वायुसेना के कमांडर अभिनंदन पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में जा गिरे थे. यहां उन्हें पाक के सैनिकों ने बंदी बना लिया था.
अभिनंदन करीब 60 घंटों तक पाकिस्तानी सैनिकों के कब्जे में रहे. हालांकि, बाद में भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे पाक ने अभिनंदन को वापस कर दिया. अभिनंदन अटारी-वाघा सीमा के रास्ते भारत लौटे.
अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि वक्त आ गया है कि उपमहाद्वीप के लोग आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण में लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समृद्ध क्षेत्र के लिये मिलकर काम करें.