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एक्शन में केजरीवाल के मंत्री! राजेंद्र पाल गौतम ने की चौपालों के कामों की समीक्षा

विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली सरकार पूरे एक्शन के मूड में दिख रही है. सभी मंत्री अपने-अपने विभागों के कामों को चुस्त-दुरुस्त करने में लगे हैं. इसी क्रम में दिल्ली सरकार के अनुसूचित जाति व जनजाति मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है.

अधिकारियों के साथ बैठक करते राजेंद्र पाल गौतम
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Published : Jul 2, 2019, 8:11 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने एक बैठक में सभी एससी-एसटी बस्तियों के कामों का जायजा लिया और एससी-एसटी फंड से बन रहे सभी चौपालों के काम और रखरखाव की जिम्मेदारी को लेकर समीक्षा की.

चौपालों के गलत तरीके से इस्तेमाल को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी रुके हुए कामों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और चौपालों के उद्घाटन की तैयारी की जाए.

राजेंद्र पाल गौतम ने की चौपालों के कामों की समीक्षा

चौपाल के रखरखाव की जिम्मेदारी सरकारी विभाग लें
राजेंद्र पाल गौतम ने इस बैठक में कहा कि चौपाल के रखरखाव की जिम्मेदारी सरकारी विभाग या बुकिंग प्रबंधन देखने वाले संगठनों द्वारा कराए जाएं, ताकि चौपाल लंबे समय तक सुरक्षित रह सकें.

मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि अगर रखरखाव ठीक ढंग से नहीं होगा या चौपाल में कोई अन्य गतिविधि की गई तो चौपाल वापस ले ली जाएगी.

11 चौपालों का काम पूरा, 47 निर्माणाधीन हैं.
इस मीटिंग से यह जानकारी भी निकल कर सामने आई कि अभी तक 11 चौपालों का काम पूरा किया जा चुका है. वहीं 47 निर्माणाधीन हैं. लाडपुर चौपाल के उद्घाटन के लिए सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को मंत्री ने समय निर्धारित करने को कहा. वहीं गोंडा विधानसभा में बन रही चौपाल पर विजिट करने के निर्देश दिए और काम को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा.

गौरतलब है कि दिल्ली सरकार का फोकस शुरू से ही दिल्ली देहात और दिल्ली की पिछड़ी कॉलोनियों पर रहा है और इन सभी इलाकों में चौपाल का खास महत्व है. ऐसे में इसे लेकर मंत्री की सक्रियता कहीं न कहीं सियासी हित से भी जुड़ी है.

नई दिल्ली: दिल्ली के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने एक बैठक में सभी एससी-एसटी बस्तियों के कामों का जायजा लिया और एससी-एसटी फंड से बन रहे सभी चौपालों के काम और रखरखाव की जिम्मेदारी को लेकर समीक्षा की.

चौपालों के गलत तरीके से इस्तेमाल को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी रुके हुए कामों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और चौपालों के उद्घाटन की तैयारी की जाए.

राजेंद्र पाल गौतम ने की चौपालों के कामों की समीक्षा

चौपाल के रखरखाव की जिम्मेदारी सरकारी विभाग लें
राजेंद्र पाल गौतम ने इस बैठक में कहा कि चौपाल के रखरखाव की जिम्मेदारी सरकारी विभाग या बुकिंग प्रबंधन देखने वाले संगठनों द्वारा कराए जाएं, ताकि चौपाल लंबे समय तक सुरक्षित रह सकें.

मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि अगर रखरखाव ठीक ढंग से नहीं होगा या चौपाल में कोई अन्य गतिविधि की गई तो चौपाल वापस ले ली जाएगी.

11 चौपालों का काम पूरा, 47 निर्माणाधीन हैं.
इस मीटिंग से यह जानकारी भी निकल कर सामने आई कि अभी तक 11 चौपालों का काम पूरा किया जा चुका है. वहीं 47 निर्माणाधीन हैं. लाडपुर चौपाल के उद्घाटन के लिए सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को मंत्री ने समय निर्धारित करने को कहा. वहीं गोंडा विधानसभा में बन रही चौपाल पर विजिट करने के निर्देश दिए और काम को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा.

गौरतलब है कि दिल्ली सरकार का फोकस शुरू से ही दिल्ली देहात और दिल्ली की पिछड़ी कॉलोनियों पर रहा है और इन सभी इलाकों में चौपाल का खास महत्व है. ऐसे में इसे लेकर मंत्री की सक्रियता कहीं न कहीं सियासी हित से भी जुड़ी है.

Intro:विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली सरकार पूरे एक्शन के मूड में दिख रही है. आए दिन विकास कार्यों को लेकर मीटिंग हो रही है, सभी मंत्री अपने-अपने विभागों के कामों को चुस्त-दुरुस्त करने में लगे हैं. इसी क्रम में दिल्ली सरकार के अनुसूचित जाति जनजाति मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है.


Body:नई दिल्ली: इस बैठक में मंत्री ने सभी एससी-एसटी बस्तियों के कामों का जायजा लिया और एससी-एसटी फंड से बन रहे सभी चौपालों के काम और रखरखाव की जिम्मेदारी को लेकर समीक्षा की. चौपालों के गलत तरीके से इस्तेमाल को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी रुके हुए कामों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और चौपालों के उद्घाटन की तैयारी की जाए.

राजेंद्र पाल गौतम ने इस बैठक में कहा कि चौपाल के रखरखाव की जिम्मेदारी सरकारी विभाग या बुकिंग प्रबंधन देखने वाले संगठनों द्वारा कराए जाएं, ताकि चौपाल लंबे समय तक सुरक्षित रह सकें. मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि अगर रखरखाव ठीक ढंग से नहीं होगा या चौपाल में कोई अन्य गतिविधि की गई तो चौपाल वापस ले ली जाएगी.

इस मीटिंग से यह जानकारी भी निकल कर सामने आई कि अभी तक 11 चौपालों का काम पूरा किया जा चुका है, वहीं 47 निर्माणाधीन हैं. लाडपुर चौपाल के उद्घाटन के लिए सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को मंत्री ने समय निर्धारित करने को कहा, वहीं गोंडा विधानसभा में बन रही चौपाल पर विजिट करने के निर्देश दिए और काम को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा.


Conclusion:गौरतलब है कि दिल्ली सरकार का फोकस शुरू से ही दिल्ली देहात और दिल्ली की पिछड़ी कॉलोनियों पर रहा है और इन सभी इलाकों में चौपाल का खास महत्व है. ऐसे में इसे लेकर मंत्री की सक्रियता कहीं न कहीं सियासी हित से भी जुड़ी है.
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