नई दिल्ली: उत्तरी बिहार में चमकी बुखार से जिस तरह बच्चे काल के गाल में समा रहे हैं उससे पूरा बिहार शोक में डूबा हुआ है. तो वहीं केजरीवाल सरकार ने इस मामले में बिहार सरकार को मदद की पेशकश की है.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि बिहार सरकार को इस घड़ी में मेडिकल इमरजेंसी की जरूरत है. जिसके लिए दिल्ली सरकार वहां मदद देने के लिए तैयार हैं. मनीष सिसोदिया के मुताबिक डॉक्टर, दवाइयां, एंबुलेंस या जिस तरह की भी मदद की जरूरत है, दिल्ली सरकार बिहार सरकार को देगी. इस संबंध में बिहार सरकार से बात की जा रही है.
आयुष्मान भारत योजना पर उठाए सवाल
जानकारी के अनुसार चमकी बुखार से अब तक 144 बच्चों की मौत हो चुकी है और यह बीमारी फैलती ही जा रही है. मनीष सिसोदिया ने इस बीमारी की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा कोई पुख्ता उपाय नहीं किए जाने पर भी सवाल उठाए है. सिसोदिया ने कहा कि इस चमकी बुखार ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना की पोल खोल कर रख दी है.
दिल्ली सरकार हमेशा से आयुष्मान भारत योजना को लेकर सवाल उठाती रही है. मनीष सिसोदिया ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना सफेद हाथी साबित हो गई है. इस तरह की योजनाएं गरीबों को इलाज नहीं दे पा रही. आयुष्मान भारत योजना का देश के लोगों को कोई फायदा नहीं है.
उन्होंने कहा कि देश के लोगों को फायदा मिलेगा जब हम स्वास्थ्य से संबंधित बुनियादी जरूरतों को पूरा करेंगे. मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लिनिक, अस्पताल जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर वहां पर हम स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएंगे. आयुष्मान भारत योजना लागू कर सिर्फ बीमा कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा सकता है और केंद्र सरकार ने यही किया है.
'नहीं मिला योजना का लाभ'
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जहां तक उन्हें जानकारी है बिहार में चमकी बुखार के कहर से जितने भी पीड़ित हैं उनमें से किसी को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिला है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने अपने कार्यकाल में स्वास्थ्य क्षेत्र में जो भी सुधार किए हैं वह अपनी स्वास्थ्य सुविधा का लाभ बिहार सरकार और इस समय चमकी बुखार के कहर के रोकथाम के लिए देने के लिए तैयार है.