नई दिल्ली : पिछले कई दिनों से चल रहे सस्पेंस को खत्म करते हुए आज बीजेडी नेता दामोदर राउत ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया. वेओडिशाके पूर्व कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं.
बता देंकि दामोदर राउत मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा कैबिनेट से बाहर किये जाने के बाद से ही सत्ताधारी बीजेडी पार्टी के खिलाफ करीब एक महीने से अभियान चला रहे थे.
इससे पहले उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि वह बीजेपी और कांग्रेस दोनों के संपर्क बनाये हुए हैं. उन्होंने संकेत दिए थे कि वे दोनों में से किसी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
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उन्होंने कहा था कि वो दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मिलकर पार्टी ज्वाइन करसकते हैं. साथ ही राउत ने ये भीकहा था कि वे ओडिशाकांग्रेस केअध्यक्ष रंजन पाठक से भी संपर्क बनाये हुए हैं.
गुरुवार को ओडिशा में चुनावों से पहले सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) को इससे पहले भी झटका लगा. पार्टी के लोकसभा सदस्य बालभद्र माझी ने इस्तीफा देने के बाद बीजेपी से जुड़ गए. माझी ने दावा किया कि उन्हें ‘नजरअंदाज किया गया और धोखा दिया गया’.
नबरंगपुर (सु) लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले माझी ने यहां कहा, ‘मैंने बीजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि मुझे नजरअंदाज किया गया और धोखा दिया गया. मुझे लगता है कि पार्टी को अब मेरी जरूरत नहीं है.’
माझी ने संवाददाताओं से कहा कि वह मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक से नहीं मिल पाए इसलिए उन्होंने पार्टी प्रमुख के राजनीतिक सचिव को त्यागपत्र सौंपा.
माझी ने पटनायक को संबोधित अपने त्यागपत्र में कहा, ‘कहीं न कहीं, मेरे और आपके बीच एक खाई पैदा हो गई है... शायद ये ऐसे व्यक्तियों द्वारा पैदा की गई जो मेरी उपलब्धियों से जलते हैं.’
किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होने की संभावना पर माझी ने कहा कि उन्होंने अभी इस बारे में कुछ सोचा नहीं है और इस संबंध में कोई फैसला क्षेत्र के लोगों से बात करने के बाद किया जाएगा.
एक सवाल के जवाब में माझी ने कहा कि बीजू जनता दल ‘अब लोकतांत्रिक तरीके से काम नहीं कर रहा है’ क्योंकि पार्टी के पदों को चुनाव से नहीं चयन करके भरा जा रहा है.