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कांग्रेस ने संविधान की दुहाई दी, कहा- गोवा में सरकार बनाने का मौका दें राज्यपाल - pramod sawant

गोवा में कांग्रेस ने किया सरकार बनाने का दावा. अरुणाचल और मणिपुर के हवाले से राज्यपाल के पद का दुरुपयोग रोकने की अपील. कांग्रेस का दावा- अल्पमत में है बीजेपी.

गुलाम नबी आजाद
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Published : Mar 18, 2019, 9:11 PM IST

Updated : Mar 19, 2019, 8:13 PM IST

पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के तुरंत बाद भाजपा और कांग्रेससरकार बनाने की कवायद में जुटगई हैं. सूत्रों के मुताबिक प्रमोद सावंत गोवा के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे. हालांकि, कांग्रेस ने संविधान की दुहाई दी है. पार्टी ने दावा किया है कि कांग्रेस के पास बीजेपी से ज्यादा विधायकों का समर्थन है.

पर्रिकर के निधन के बादकांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने निधन पर शोक जताया.

इसके बादआजाद ने कहा कि 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 14 विधायक निर्वाचित हुए हैं.उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास वर्तमान में 11 विधायकहैं.

गुलाम नबी आजाद

आजाद ने अन्य दलों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास सरकार गठन के लिए बहुमत है. बता दें कि गोवा में महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी (MGP) और गोवा फॉर्वर्ड पार्टी के तीन-तीन, राष्ट्रवादी कॉन्फ्रेंस पार्टी (NCP) के एक विधायक हैं.तीन निर्दलीय विधायक भी हैं. इसके अलावा एक विधानसभा स्पीकर भी है.

कांग्रेस ने अरुणाचल और मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी राज्यपाल के पद कादुरुपयोग करती रही है. उन्होंने कहा किराज्यपाल के पद का दुरुपयोग करते हुए गोवा में भी मनोहर पर्रिकर की अगुआई में भाजपा की सरकार बनाई गई थी.

पढ़ें-प्रमोद सावंत गोवा के नए मुख्यमंत्री बनेंगेः सूत्र

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि गोवा में बिना राज्यपाल के सहयोग के भाजपा दोबारा सरकार नहीं बना सकती. उन्होंने मीडिया और देश का आह्वान करते हुए कहा कि लोकतंत्र बहाल होना चाहिए. जिसके पास बहुमत हो उसकी सरकार बननी चाहिए.

राज्यपाल के पद को जज की कुर्सी करार दिया.उन्होंने कहा किआर्टिफिशीयल बहुमत से सरकार नहीं बननी चाहिए.

आजाद ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से आग्रह किया कि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए.

पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के तुरंत बाद भाजपा और कांग्रेससरकार बनाने की कवायद में जुटगई हैं. सूत्रों के मुताबिक प्रमोद सावंत गोवा के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे. हालांकि, कांग्रेस ने संविधान की दुहाई दी है. पार्टी ने दावा किया है कि कांग्रेस के पास बीजेपी से ज्यादा विधायकों का समर्थन है.

पर्रिकर के निधन के बादकांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने निधन पर शोक जताया.

इसके बादआजाद ने कहा कि 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 14 विधायक निर्वाचित हुए हैं.उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास वर्तमान में 11 विधायकहैं.

गुलाम नबी आजाद

आजाद ने अन्य दलों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास सरकार गठन के लिए बहुमत है. बता दें कि गोवा में महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी (MGP) और गोवा फॉर्वर्ड पार्टी के तीन-तीन, राष्ट्रवादी कॉन्फ्रेंस पार्टी (NCP) के एक विधायक हैं.तीन निर्दलीय विधायक भी हैं. इसके अलावा एक विधानसभा स्पीकर भी है.

कांग्रेस ने अरुणाचल और मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी राज्यपाल के पद कादुरुपयोग करती रही है. उन्होंने कहा किराज्यपाल के पद का दुरुपयोग करते हुए गोवा में भी मनोहर पर्रिकर की अगुआई में भाजपा की सरकार बनाई गई थी.

पढ़ें-प्रमोद सावंत गोवा के नए मुख्यमंत्री बनेंगेः सूत्र

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि गोवा में बिना राज्यपाल के सहयोग के भाजपा दोबारा सरकार नहीं बना सकती. उन्होंने मीडिया और देश का आह्वान करते हुए कहा कि लोकतंत्र बहाल होना चाहिए. जिसके पास बहुमत हो उसकी सरकार बननी चाहिए.

राज्यपाल के पद को जज की कुर्सी करार दिया.उन्होंने कहा किआर्टिफिशीयल बहुमत से सरकार नहीं बननी चाहिए.

आजाद ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से आग्रह किया कि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए.

Intro:गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के तुरंत बाद भाजपा और कांग्रेस, प्रदेश में सरकार बनाने की कवायद में लग गई। कांग्रेस का आरोप है कि पहले भी भाजपा अल्पमत में थी लेकिन संविधान और राज्यपाल के पद का दुरुपयोग करते हुए गोवा में मनोहर पर्रिकर की अगुआई में भाजपा की सरकार बना दी गई। वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भारत सरकार को हिदायत दी है कि वह वह संविधान की रक्षा करें । राज्यपाल के पद का दुरुपयोग करने की परंपरा पर अब विराम लगाए ।

गुलाम नबी आजाद के कहा कि गोआ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है और पर्रिकर के निधन के बाद अब भाजपा सरकार अल्पमत में गई है। कांग्रेस की दलील है कि सबसे बड़ी पार्टी के लिहाज से राज्यपाल को सरकार बनाने के लिये आमंत्रित करना चाहिए। ताकि पहले की गलती को भी सुधार जा सके।





Body:गुलाम नबी आजाद ने दिल्ली में गोआ के मुख्यमंत्री पर्रिकर को श्रधांजलि देते हुए मीडिया संबोधित करते हुए कहा गोआ में मनोहर पर्रिकर की सरकार थी वह भी संविधान की उपेक्षा के बाद बानी थी। अब एक सीट और कम होने से सरकार अल्पमत में है। केंद्र सरकार ने पहले भी राज्यपाल के सहयोग से बनवाई थी। अब जब एक सीट खाली हो गई ऐसे गोआ में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है । कांग्रेस के पास 14 विधायक है जबकि सत्ताधारी भाजपा के पास आज 11 विधायक रह हैं ।गोवा फॉरवर्ड पार्टी के पास तीन एमपी है,MGP के पास तीन ,इंडिपेंडेंस तीन,एसीपी एक और एक स्पीकर की सीट है। ऐसे में बिना राज्यपाल के सहयोग से भाजपा वहां दुबारा सरकार नहीं बना सकती।
कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है। फिर भी राज्यपाल कांग्रेस को सरकार के लिए आमंत्रित नहीं किया। गुलाम नबी आजाद ने कहा यह संविधान का अपमान है। मोदी सरकार को राज्यपाल के पद के दुरुपयोग की परमपरा खत्म करना चाहिये। जब से केन्द्र में मोदी की सरकार बनी है तब से उत्तराखंड से लेकर मिजोरम तक भाजपा राज्यपाल के सहयोग से सरकारें बनाती है। सरकारे होटल और रेस्टुरेंट में बनती है । यह संविधान की उपेक्षा है। गुलाम नबी आजाद ने गोआ के राज्यपाल से इस बात का आग्रह किया कि वे संविधान की रक्षा करें और गोवा में स
बसे बड़ी पार्टी
है उसे सरकार के लिए आमंत्रित किया जाए ताकि संविधान की रक्षा हो सके। माना जाता है कि गोआ में भाजपा की सरकार थी उसमें बड़ी भूमिका मनोहर पढ़कर की इमानदारी और उनकी सादगी को लेकर थी। जिसके कारण गोवा के क्षेत्रीय दल और निर्दलीय उम्मीदवार भी उनके पाले के खड़े थे। अब पर्रिकर की मौत के बाद कांग्रेस ने गोआ में सरकार बनाने का दावा पेश किया था।


Conclusion:
Last Updated : Mar 19, 2019, 8:13 PM IST
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