लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व महाधिवक्ता और बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी बुधवार देर रात ऐशबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किए गए. जफरयाब जिलानी की नमाज़ ए जनाज़ा लखनऊ के दारुल उलूम नदवतुल उलमा में इशा की नमाज़ के बाद अदा कराई गई.
बता दें कि वरिष्ठ अधिवक्ता जफरयाब जिलानी (73) का बुधवार सुबह लखनऊ के निशात अस्पताल में निधन हो गया था. जिलानी के निधन की खबर मिलते ही सुबह से ही सैकड़ों की तादाद में लोगों का अस्पताल और उनके घर पर तांता लगा रहा था. पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अस्पताल पहुंचकर जिलानी के परिवार को सांत्वना दी थी. देर शाम इशा की नमाज़ के बाद इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम नदवातुल उलमा में उनकी जनाजे की नमाज़ अदा हुई. जिलानी की जनाजे की नमाज़ में हजारों की तादाद में लोगों ने शिरकत की और उनके पार्थिव शरीर को कंधा देने के लिए होड़ मच गई. रात तकरीबन 10 बजे उनका पार्थिव शरीर लखनऊ के ऐशबाग स्थित कब्रिस्तान पहुंचा. कब्रिस्तान में उनकी आखिरी रसूमात और मिट्टी देने के लिए भी हजारों की तादाद में भीड़ उमड़ी रही. समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और खुद बीमार चल रहे आज़म खान भी जफरयाब जिलानी की तदफीन में कब्रिस्तान पहुंचे. देर रात तक जिलानी की कब्र पर लोगों का मिट्टी देने का सिलसिला जारी रहा और हर कोई नम आंखों से उनके कामों को यादकर गमगीन दिखा.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव जफरयाब जिलानी की तबियत कुछ वर्ष पूर्व इस्लामिया काॅलेज में गिरने की वजह से बिगड़ी थी, वहीं हेड इंजरी होने की वजह से वह काफी बीमार चल रहे थे. लखनऊ के मेदांता अस्पताल के बाद अब निशात अस्पताल में उनका लंबे समय से इलाज चल रहा था. जफरयाब जिलानी ने बुधवार को लालबाग स्थित निशात अस्पताल में अंतिम सांस ली. जिलानी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव थे. जिलानी बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी थे. जफरयाब जिलानी यूपी के अपर महाधिवक्ता रह चुके हैं.
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