नई दिल्ली : आरआरबी-एनटीपीसी मुद्दे (rrb-ntpc exam results) पर आंदोलन कर रहे युवाओं पर पुलिसिया कार्रवाई के विरुद्ध भारतीय युवा कांग्रेस और वामपंथी छात्र संघ ने केंद्र सरकार के खिलाफ नई दिल्ली में रेल भवन के पास विरोध-प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारी पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के पुतले (Effigies of PM Narendra Modi and Home Minister Amit Shah) भी ले जा रहे थे, जिन्हें वे रेल भवन के बाहर जलाने वाले थे लेकिन उन्हें कृषि भवन के पास ही सुरक्षा बलों ने रोक दिया और पुतलों को जब्त कर लिया. भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा कि भाजपा सरकार के हथियार अत्याचार और अपराध हैं. आज जहां भाजपा की सरकार है, वहां युवाओं पर अत्याचार हो रहा है.
उन्होंने कहा कि बिहार की डबल इंजन सरकार छात्रों की आकांक्षाओं और आशाओं के साथ विश्वासघात कर रही है. परीक्षा परिणामों में कदाचार के विरोध में छात्रों पर पुलिस की बर्बरता सरकार के सत्तावादी चरित्र को उजागर करती है. उन्होंने कहा कि देश के संविधान ने हर नागरिक को विरोध करने का अधिकार दिया है लेकिन पुलिसकर्मी हॉस्टल और लॉज में घुसकर छात्रों की पिटाई कर रहे हैं.
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पुलिस ने युवाओं को संदेश दिया है कि विरोध का अधिकार इस गणतंत्र में हटा लिया गया है, जो बहुत ही निंदनीय है. युवा कांग्रेस ने मांग की है कि छात्रों और शिक्षकों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी तुरंत वापस ली जानी चाहिए और जिन पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज किया, उन्हें निलंबित कर दिया जाना चाहिए.
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इसी तरह का विरोध वाम संबद्ध छात्र विंग आइसा और एसएफआई द्वारा भी किए गए. प्रदर्शनकारी केंद्रीय रेल मंत्री के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए रेल भवन पहुंचना चाहते थे लेकिन भारी सुरक्षा और बैरिकेडिंग ने उन्हें रेल भवन तक पहुंचने से रोक दिया. केंद्रीय मंत्रालय ने 24 जनवरी के विरोध के बाद उम्मीदवारों द्वारा उठाए गए मुद्दों के लिए एक समिति का गठन किया है और मंत्री ने छात्रों से अपना विरोध बंद करने की अपील की थी.