नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के एक युवक से वाहनों की गति का पता लगाने और गति को कम करने के लिए एक स्वचालित ब्रेकिंग सिस्टम तैयार किया है. युवक ने इस अभिनव आविष्कार के लिए पेटेंट अधिकार भी पा लिया है. आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में रहने वाले लोकनाथ ने यह कारनामा कर दिखाया है.
कंप्यूटर पर सर्च करने वाले इस युवक का नाम लोकनाथ है. लड़का काकीनाडा जिले के पिथापुरम का रहने वाला है और पंजाब के लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. वह पिछले दो साल से कोविड के कारण ऑनलाइन कक्षाओं तक सीमित है. इस दौरान उन्होंने उपलब्ध खाली समय का सदुपयोग किया और सड़क दुर्घटनाओं रोकथाम के लिए कई अध्ययन किए. दुर्घटनाएं आमतौर पर तब होती हैं, जब सामने वाला वाहन अचानक रुक जाता है. जबकि वाहन तेज गति से चल रहे होते हैं और पीछे के वाहन आपस में टकरा जाते हैं. इसे रोकने के लिए लोकनाथ ने एक स्वचालित ब्रेकिंग सिस्टम तैयार किया है.
यह डिवाइस आगे के वाहन की गति का पता लगाता है और हमारे वाहन के ब्रेकिंग सिस्टम को कमांड देता है. यह आने वाले वाहन से टकराने से पहले ब्रेक लगाकर वाहन की गति को कम कर देता है. इससे सड़क हादसों में कमी आने की संभावना है. लोकनाथ ने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न खतरों पर एक और खोज की है. इस प्रकार उन्होंने अपने आविष्कारों को कॉलेज में प्रदर्शित किया. उन्हें सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं के रूप में चुना गया था. इतना ही नहीं अपने आविष्कारों के लिए उन्होंने पेटेंट अधिकारों के लिए आवेदन किया है.
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पारुल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 48 घंटे के हैकथॉन में इन खोजों के साथ लोकनाथ तीसरे स्थान पर रहे. उन्होंने विट विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एचसी एजुकेट्स हैकथॉन में 40000 मूल्य की ऑनलाइन कोडिंग वेबसाइटें जीतीं. साथ ही एलपीयू द्वारा आयोजित पिक्चर कैप्सन प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. लोकनाथ के पिता काकीनाडा में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते हैं और उनकी मां एक गृहिणी हैं. बेटे की पढ़ाई के अलावा वे इनोवेशन पर फोकस कर खुश हैं.