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संसार के अस्तित्व के लिए सेहतमंद मिट्टी जरूरी, जानें मृदा से जुड़ी प्रमुख बातें - विश्व मृदा दिवस का इतिहास

हम सेहतमंद रहें इसके लिए हमारा सेहतमंद होना जरूरी है. सेहतमंद रहने के लिए आवश्यक है कि है कि हमारे आसपास की मिट्टी, हवा, पानी साफ व सुरक्षित हो. बिना सही मिट्टी के कोई भी तकनीक या विज्ञान हमें लंबे समय तक सेहतमंद नहीं रह सकता है. पढ़ें पूरी खबर...World Soil Day 2023, World Soil Day, World Soil Day History.

World Soil Day 2023
विश्व मृदा दिवस 2023
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 4, 2023, 7:34 PM IST

हैदराबाद : संसार का अस्तित्व मिट्टी और पानी पर निर्भर करता है. धरती पर पाये जाने वाले 95 फीसदी से अधिक भोज्य पदार्थ इन दो मूलभूत संसाधनों से तैयार होता है. पेड़-पौधे मिट्टी से पानी व पोषक तत्व लेकर विकसित होकर फल-फूल व अन्य रूपों में उत्पाद तैयार होता है. इनमें से कई उत्पादों का हम भोज्य पदार्थ के रूप में उपयोग करते हैं. कुल मिलाकर मिट्टी-पानी पारिस्थितिक तंत्र को एक साथ बांधने का काम करता है. यह हमारी कृषि प्रणालियों की नींव है. हमारे जीवन में मिट्टी के महत्व को देखते हुए इसके सेहत की रक्षा के लिए हर साल 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है.

विश्व मृदा दिवस 2023 (World Soil Day 2023-WSD2023) पर मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए अभियान चलाया जा रहा है. अभियान का उद्देश्य टिकाऊ व लचीली कृषि खाद्य प्रणालियों के लिए मिट्टी और पानी के संबंध में जागरूकता का प्रसार करना है. WSD2023 एक वैश्विक मंच है, जिसके तहत मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए दुनिया भर में आम लोगों को सशक्त बनाने के लिए काम करता है.

जलवायु परिवर्तन, मानवीय गतिविधियां और उचित प्रबंधन के अभाव के कारण लगातार मिट्टी खराब हो रही है. इसका असर जल संसाधनों पर भी सीधे तौर पर पड़ रहा है. मिट्टी के कटाव से प्राकृतिक संतुलन प्रभावित होता है. इसका कई इलाकों में प्राकृतिक आपदा के रूप में भी दिखता है.

अंतरराष्ट्रीय मृदा विज्ञान संघ (International Soil Science Association-ISSU) की ओर से साल 2002 में मिट्टी का जश्न मनाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय दिवस आयोजन की सिफारिश की गई थी. थाईलैंड के नेतृत्व में Global Soil Partnership व Food Agriculture Organization की ओर से विश्व मृदा दिवस आयोजन का समर्थन किया. जून 2013 में आयोजित एफएओ सम्मलेन के दौरान विश्व मृदा दिवस का समर्थन किया गया था. 68वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व मृदा दिवस के लिए अनुरोध किया गया. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2013 में स्वस्थ मिट्टी के महत्व पर फोकस करने के लिए 5 दिसंबर 2014 को आधिकारिक रूप विश्व मृदा दिवस आयोजन के लिए नामित किया.

World Soil Day 2023
विश्व मृदा दिवस 2023

मिट्टी से जुड़ी मुख्य बातें

  1. पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए मिट्टी और पानी आवश्यक संसाधन हैं.
    World Soil Day 2023
    विश्व मृदा दिवस 2023
  2. स्वस्थ मिट्टी पानी के बेहतरीन तरीके से फिल्टर करता है या कह सकते हैं कि यह प्राकृतिक फिल्टर है.
  3. मिट्टी पानी को संग्रहित करता है.
  4. मिट्टी का गलत प्रबंधन के कारण बाढ़, भूस्खलन, रेत-घूल भरी आंधी के खतरे का कारण बनता है.
  5. बारिश आधारित कृषि प्रणालियों में 80 फीसदी भूमि है, जो वैश्विक खाद्य उत्पादन में 60 फीसदी योगदान है. ये प्रणालियां प्रभावी मिट्टी की नमी प्रबंधन को प्रभावित करती है.
    World Soil Day 2023
    विश्व मृदा दिवस 2023
  6. सिंचित कृषि प्रणालियां विश्व के ताजे पानी का 70 फीसदी उपयोग करती हैं, यह कृषि योग्य भूमि का महज 20 फीसदी हिस्सा है.
  7. खराब सिंचाई व जल निकासी का खराब प्रबंधन के कारण मिट्टी लवणीकरण (salinization) का मुख्य कारण माना जाता है.
    World Soil Day 2023
    विश्व मृदा दिवस 2023
  8. समुद्र के जलस्तर में बढ़ोतरी से मिट्टी की उर्वरा क्षमता प्रभावित होती है.
    World Soil Day 2023
    विश्व मृदा दिवस 2023

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हैदराबाद : संसार का अस्तित्व मिट्टी और पानी पर निर्भर करता है. धरती पर पाये जाने वाले 95 फीसदी से अधिक भोज्य पदार्थ इन दो मूलभूत संसाधनों से तैयार होता है. पेड़-पौधे मिट्टी से पानी व पोषक तत्व लेकर विकसित होकर फल-फूल व अन्य रूपों में उत्पाद तैयार होता है. इनमें से कई उत्पादों का हम भोज्य पदार्थ के रूप में उपयोग करते हैं. कुल मिलाकर मिट्टी-पानी पारिस्थितिक तंत्र को एक साथ बांधने का काम करता है. यह हमारी कृषि प्रणालियों की नींव है. हमारे जीवन में मिट्टी के महत्व को देखते हुए इसके सेहत की रक्षा के लिए हर साल 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है.

विश्व मृदा दिवस 2023 (World Soil Day 2023-WSD2023) पर मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए अभियान चलाया जा रहा है. अभियान का उद्देश्य टिकाऊ व लचीली कृषि खाद्य प्रणालियों के लिए मिट्टी और पानी के संबंध में जागरूकता का प्रसार करना है. WSD2023 एक वैश्विक मंच है, जिसके तहत मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए दुनिया भर में आम लोगों को सशक्त बनाने के लिए काम करता है.

जलवायु परिवर्तन, मानवीय गतिविधियां और उचित प्रबंधन के अभाव के कारण लगातार मिट्टी खराब हो रही है. इसका असर जल संसाधनों पर भी सीधे तौर पर पड़ रहा है. मिट्टी के कटाव से प्राकृतिक संतुलन प्रभावित होता है. इसका कई इलाकों में प्राकृतिक आपदा के रूप में भी दिखता है.

अंतरराष्ट्रीय मृदा विज्ञान संघ (International Soil Science Association-ISSU) की ओर से साल 2002 में मिट्टी का जश्न मनाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय दिवस आयोजन की सिफारिश की गई थी. थाईलैंड के नेतृत्व में Global Soil Partnership व Food Agriculture Organization की ओर से विश्व मृदा दिवस आयोजन का समर्थन किया. जून 2013 में आयोजित एफएओ सम्मलेन के दौरान विश्व मृदा दिवस का समर्थन किया गया था. 68वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व मृदा दिवस के लिए अनुरोध किया गया. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2013 में स्वस्थ मिट्टी के महत्व पर फोकस करने के लिए 5 दिसंबर 2014 को आधिकारिक रूप विश्व मृदा दिवस आयोजन के लिए नामित किया.

World Soil Day 2023
विश्व मृदा दिवस 2023

मिट्टी से जुड़ी मुख्य बातें

  1. पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए मिट्टी और पानी आवश्यक संसाधन हैं.
    World Soil Day 2023
    विश्व मृदा दिवस 2023
  2. स्वस्थ मिट्टी पानी के बेहतरीन तरीके से फिल्टर करता है या कह सकते हैं कि यह प्राकृतिक फिल्टर है.
  3. मिट्टी पानी को संग्रहित करता है.
  4. मिट्टी का गलत प्रबंधन के कारण बाढ़, भूस्खलन, रेत-घूल भरी आंधी के खतरे का कारण बनता है.
  5. बारिश आधारित कृषि प्रणालियों में 80 फीसदी भूमि है, जो वैश्विक खाद्य उत्पादन में 60 फीसदी योगदान है. ये प्रणालियां प्रभावी मिट्टी की नमी प्रबंधन को प्रभावित करती है.
    World Soil Day 2023
    विश्व मृदा दिवस 2023
  6. सिंचित कृषि प्रणालियां विश्व के ताजे पानी का 70 फीसदी उपयोग करती हैं, यह कृषि योग्य भूमि का महज 20 फीसदी हिस्सा है.
  7. खराब सिंचाई व जल निकासी का खराब प्रबंधन के कारण मिट्टी लवणीकरण (salinization) का मुख्य कारण माना जाता है.
    World Soil Day 2023
    विश्व मृदा दिवस 2023
  8. समुद्र के जलस्तर में बढ़ोतरी से मिट्टी की उर्वरा क्षमता प्रभावित होती है.
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    विश्व मृदा दिवस 2023

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