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बैलगाड़ी से टक्कर में युवक के आरपार हुई लकड़ी, जान बचने पर लोगों ने बताया चमत्कार - युवक के आर-पार हो हुई लकड़ी

सागर में जाको राखे साइयां मार सके ना कोई, ऐसा ही हुआ एमपी के सागर जिले के एक युवक के साथ, जिसके सीने को चीरते हुए लकड़ी आर पार हो गई. हॉस्पिटल में डॉक्टरों की टीम ने मशक्क्त के बाद ऑपरेशन किया. करीब 8 दिन बाद अब वह खतरे से बाहर हुआ है. लोग इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं.

बैलगाड़ी से टक्कर में युवक के आर-पार हो हुई लकड़ी
बैलगाड़ी से टक्कर में युवक के आर-पार हो हुई लकड़ी
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Published : May 27, 2021, 2:23 PM IST

सागर: मध्य प्रदेश के सागर जिले के एक युवक पर जाको राखे साइयां मार सके ना कोई कहावत एकदम सटीक बैठी. बता दें, इस युवक के सीने को चीरते हुए लकड़ी आरपार हो गई.

बैलगाड़ी से टक्कर में युवक के आर-पार हो हुई लकड़ी

गंभीर हालत में युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों की टीम ने कड़ी मशक्क्त के बाद ऑपरेशन किया. जानकारी के मुताबिक करीब 8 दिन बाद अब वह खतरे से बाहर हुआ है. लोग इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं.

बता दें, सागर जिले के देवरी मानेगांव के निवासी 18 वर्षीय शिवम सिंह राजपूत 18 मई को सड़क हादसे का शिकार हो गया था. शिवम की बाइक एक बैलगाड़ी से टकरा गई थी. हादसे में बैलगाड़ी गाड़ी की लकड़ी शिवम के सीने से आरपार हो गई थी. इस घटना में शिवम का एक फेफड़ा फट गया था, लेकिन गनीमत यह रही कि दिल पूरी तरह सुरक्षित था.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ में खुले सरकारी ठेके, युवक ने की अगरबत्ती जलाकर शराब की पूजा

हादसे में बैलगाड़ी में शिवम फंसा रहा, लेकिन शिवम की सांसे चलती रही. जिसके बाद उसे केसली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद शिवम सिंह को सागर के निजी अस्पताल रेफर किया गया. जहां चार डॉक्टरों की टीम ने 5 घंटे ऑपरेशन के बाद शिवम सिंह की जान बचाई. वह अब पूरी तरह सुरक्षित है.

सागर: मध्य प्रदेश के सागर जिले के एक युवक पर जाको राखे साइयां मार सके ना कोई कहावत एकदम सटीक बैठी. बता दें, इस युवक के सीने को चीरते हुए लकड़ी आरपार हो गई.

बैलगाड़ी से टक्कर में युवक के आर-पार हो हुई लकड़ी

गंभीर हालत में युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों की टीम ने कड़ी मशक्क्त के बाद ऑपरेशन किया. जानकारी के मुताबिक करीब 8 दिन बाद अब वह खतरे से बाहर हुआ है. लोग इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं.

बता दें, सागर जिले के देवरी मानेगांव के निवासी 18 वर्षीय शिवम सिंह राजपूत 18 मई को सड़क हादसे का शिकार हो गया था. शिवम की बाइक एक बैलगाड़ी से टकरा गई थी. हादसे में बैलगाड़ी गाड़ी की लकड़ी शिवम के सीने से आरपार हो गई थी. इस घटना में शिवम का एक फेफड़ा फट गया था, लेकिन गनीमत यह रही कि दिल पूरी तरह सुरक्षित था.

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हादसे में बैलगाड़ी में शिवम फंसा रहा, लेकिन शिवम की सांसे चलती रही. जिसके बाद उसे केसली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद शिवम सिंह को सागर के निजी अस्पताल रेफर किया गया. जहां चार डॉक्टरों की टीम ने 5 घंटे ऑपरेशन के बाद शिवम सिंह की जान बचाई. वह अब पूरी तरह सुरक्षित है.

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