रामनगर : कोरोना के इस दौर में जब डर के कारण परिवार के लोग भी अपनों का शव लेने से इनकार कर रहे हैं ऐसे में एक ऐसी महिला हैं जो बिना डरे संक्रमण से मरने वालों का अंतिम संस्कार कर रही हैं. हम बात कर रहे हैं कर्नाटक के रामनगर की रहने वाली आशा. वी. स्वामी की.
आशा वी. स्वामी जीवन रक्षा नाम से चैरिटेबल ट्रस्ट चलाती हैं, जिसके माध्यम से कई सामाजिक कार्य कर रही हैं. यूं तो वह पहले भी अनाथ लोगों के शवों का अंतिम संस्कार करती थीं.
उनका ट्रस्ट पांच साल में करीब दो हजार लोगों का अंतिम संस्कार कर चुका है, लेकिन कोरोना के इस दौर में ये काम आसान नहीं है.
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आशा पीपीई किट पहनकर बिना किसी डर के शवों का अंतिम संस्कार करती हैं. पिछले एक सप्ताह में 10 से ज्यादा संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं.