कोट्टायम (केरल) : एक महिला ने कोट्टायम मेडिकल कॉलेज से एक नवजात को अगवा कर लिया. दरअसल आरोपी महिला नीतू अपने बॉयफ्रेंड को ब्लैकमेल करना चाहती थी. उसके बॉयफ्रेंड ने प्रेग्नेंट होने के बाद आरोपी से दूरी बना ली थी. मगर बच्ची के मेडिकल कॉलेज से गायब होते ही पुलिस हरकत में आ गई और आरोपी महिला को एक होटल से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बरामद नवजात का नाम अजया रखा है. अजया नाम अर्थ होता है मौत को हराने वाली.
बच्चे के पिता श्रीजीत ने बताया कि अजया जिस क्षण से वह पैदा हुई थी, उसी समय एक बड़े संकट से गुज़री. उसे उसकी मां से छीन लिया गया था लेकिन कुछ ही सेकंड में वह लौट आई. अजया और उसकी मां अश्वथी को अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी. उन्होंने बच्चे को कुछ समय से भीतर बरामद करने के लिए गांधीनगर थाने के एसआई रेनेश की तारीफ की.
कोट्टायम मेडिकल कॉलेज से नवजात के अपहरण की घटना 6 जनवरी को हुई. गुरुवार शाम करीब 4 बजे आरोपी नीतू अस्पताल आई और अश्वथा को कहा कि उसका बच्चा पीला दिख रहा है, इसलिए उसे आईसीयू में ले जाना होगा. अश्वथा ने उसे नर्सिंग स्टाफ समझकर बच्ची को नीतू के हवाले कर दिया. कुछ देर बाद जब बच्ची नहीं लौटी तो अश्वथा नर्सिंग स्टेशन पहुंची. वहां की नर्सों ने उन्हें बताया कि उनमें से किसी ने भी बच्चे को नहीं लिया है और न ही मंगवाया है.
इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शोर मचाया और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने पूछताछ में जानकारी मिली कि एक महिला नवजात और एक अन्य बच्चे के साथ घूमती हुई दिखी है. इस बीच एक होटल के रिसेप्शन स्टाफ ने पुलिस को अपने होटल में रहने वाली एक महिला के संदिग्ध स्वभाव के बारे में बताया, जो एक नवजात बच्चे को ले जा रही थी. बाद में बच्ची और नीतू मेडिकल कॉलेज के पास फ्लोरल पार्क होटल के अंदर मिले.
आरोपी नीतू ने पुलिस को बताया कि उसने बच्ची का अपहरण उसके प्रेमी इब्राहिम बदुशा को ब्लैकमेल करने के लिए किया गया था. नीतू और इब्राहिम टिक-टॉक के जरिये मिले थे और दो साल तक रिलेशनशिप में रहे. मगर इस बीच उसने नीतू से दूरी बना ली. नीतू गर्भवती थी लेकिन गर्भपात हो गया था, इब्राहिम को इसकी जानकारी नहीं थी. उसने अपहृत बच्चे की तस्वीरें भेजीं और कहा कि यह उनका बच्चा है. उसे उम्मीद थी कि बच्चे के बारे में बताने पर उसका प्रेमी वापस आ जाएगा.
गांधीनगर थाने के एसआई रेनेश ने बताया कि आरोपी नीतू को एट्टूमानूर प्रथम श्रेणी मैजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपी नीतू को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में कोट्टायम महिला जेल भेज दिया है. पुलिस सबूत जुटाने के लिए नीतू को अस्पताल ले जाएगी. उसने मेडिकल कॉलेज के पास जिस दुकान से डॉक्टर का कोट खरीदा और जिस होटल में बच्चे को रखा था, वहां से भी सबूत जुटाए जाएंगे.
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