पुणे : महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत हिरासत में ली गई महिला ने ससून अस्पताल की आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. महिला का नाम दीप्ति काले है.
घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया. सूचना बुंदगार्डन थाने को दी गई. दीप्ति काले और नीलेश शेलार पर मराठा ज्वैलर्स के बलवंत मराठे को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है.
गिरफ्तारी के बाद दीप्ति काले का कोरोना टेस्ट किया गया था. उसकी रिपोर्ट सकारात्मक थी इस वजह से उसे ससून अस्पताल के कोविड वार्ड में रखा गया था. मंगलवार सुबह पुणे पुलिस आयुक्त ने दीप्ति काले और उसके साथी के खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई की थी.
बताया गया कि दीप्ति ने शाम को कोविद वार्ड में आठवीं मंजिल के बाथरूम से छलांग लगा दी. दीप्ति काले और नीलेश शेलार के खिलाफ सोमवार को फरसाखाना पुलिस स्टेशन में एक और मामला दर्ज किया गया था.
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उन्होंने एक बिल्डर को दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी दी थी. साथ ही एक महिला ने शिकायत की थी कि उन पर दबाव डाला गया कि उनके नाम पर 52 गुंटा जमीन हस्तांतरित की जाए.