चेन्नई : रेमडेसिविर दवा की बिक्री रोकने के विरोध में नेहरू स्टेडियम के बाहर लोगों ने धरना दिया. सरकार के एंटी वायरल दवा सीधे निजी अस्पतालों को बेचने के फैसले के बाद ऐसा लोगों ने किया.
लोगों के बीच 'जीवन रक्षक' दवा रूप में लोकप्रिय होने के कारण राज्य भर में रेमडेसिविर की भारी मांग है. मांग बढ़ने के कारण सरकार ने पहले इसे नेहरू स्टेडियम जैसे अलग-अलग विशेष केंद्रों पर बेचना शुरू किया. जैसे ही इसका पता चला हजारों लोग रेमडेसिविर लेने के लिए नेहरू स्टेडियम के सामने जमा हो गए. इस दौरान कोविड प्रोटोकाल का भी उल्लंघन किया गया. रेमडेसिविर लेने के लिए बेसब्र लोगों ने दो गज की दूरी का कोई ख्याल नहीं रखा.
लोगों की भीड़ देखकर तमिलनाडु सरकार को भी अहसास हुआ. सरकार ने तुरंत फैसला बदला. दवा आवश्यकता के अनुसार सीधे निजी अस्पताल को बेचने का निर्णय लिया. सरकार दवा की खरीद के लिए निजी अस्पतालों के लिए एक ढांचा बनाने की भी योजना बना रही है और इसके लिए एक पोर्टल शुरू करने की उम्मीद है.
निराश हुए लोग
सरकार ने काउंटर के जरिए सीधे लोगों को दवाओं की बिक्री भी बंद कर दी है. सरकार द्वारा अधिनियम में किए गए अचानक बदलाव ने कुछ लोगों को निराश किया, जिन्हें दवा की सख्त जरूरत है. उनमें से कुछ ने नेहरू स्टेडियम में बिक्री काउंटर के सामने विरोध प्रदर्शन किया. अधिकारी प्रदर्शनकारियों को सरकार का रुख समझाते हैं और उन्हें तितर-बितर करने के लिए मना लेते हैं.
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ऐसे में अगर सरकार उचित माध्यम से राज्य भर के अस्पतालों में रेमडेसिविर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करती है, तो काफी हद तक लोगों के लिए राहत होगी.