हैदराबाद: क्या कांग्रेस पार्टी को लगता है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (capt. amrinder singh) पार्टी का साथ छोड़ देंगे ? दरअसल बुधवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया प्रभारी रवीन ठुकराल के ट्विटर हैंडल से जो ट्वीट हुए उसमें नवजोत सिंह सिद्धू (navjot singh sidhu) से लेकर प्रियंका गांधी (priyanka gandhi), राहुल गांधी (rahul gandhi) से लेकर कई कांग्रेस नेताओं को आड़े हाथ लिया गया था.
अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को सीएम चेहरा बनाए जाने की स्थिति में कोई भी कुर्बानी देने की बात कही गई थी, प्रियंका और राहुल को अनुभवहीन भी बताया था. जिसपर अब कांग्रेस की तरफ से आई टिप्पणी इशारा कर रही है कि पार्टी को भी लगता है कि अमरिंदर 'हाथ' छोड़ने का मूड बना चुके हैं
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ये अमरिंदर सिंह का गुस्सा है- कांग्रेस
गुरुवार को कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (supriya shrinate) ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अमरिंदर सिंह मेरे पिताजी की उम्र के हैं. बुजुर्गों को गुस्सा आता है और वो गुस्से में बहुत सारी बातें कह देते हैं, मुझे लगता है कि उनके गुस्से, उम्र और तजुर्बे का हम सम्मान करते हैं और वो जरूर इसपर पुनर्विचार करेंगे. लेकिन राजनीति में गुस्सा, ईर्ष्या, द्वेष, व्यक्ति विशेष पर टिप्पणी और उनसे बदला लेने भावना की कोई जगह नहीं है.
हम आशा करते हैं कि वो अपनी कही हुई बातों पर अपनी ही समझदारी दिखाते हुए जरूर पुनर्विचार करेंगे, क्योंकि वो कांग्रेस पार्टी के मजबूत योद्धा रहे हैं. उन्हें कांग्रेस पार्टी ने 9 साल 9 महीने के लिए मुख्यमंत्री बनाया है. उनकी कहीं बातें उनके अनुभव और व्यक्तित्व को शोभा नहीं देता है. हम उनसे छोटे होने के नाते इसे उनका क्षणिक गुस्सा मानकर जरूर भूलने की कोशिश करेंगे'
'जो छोड़कर जाना चाहता है, उसपर टिप्पणी नहीं करेंगे'
राजनीति में लोग फैसला लेते हैं कुछ अपने हित में कुछ अपने चुनाव क्षेत्र के हित में लेते हैं. पार्टी छोड़ने और ज्वाइन करने का फैसला व्यक्तिगत होता है, हम इसपर टिप्पणी इसलिये नहीं कर सकते क्योंकि आखिर में ये फैसला व्यक्तिगत होता है. हम एक विचारधारा के साथ खड़े हैं, एक विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं और उसको पुरजोर तरीके से लड़ रहे हैं. जो इस लड़ाई में हमारे साथ खड़ा है, हम भी उसके साथ खड़े रहेंगे. जो छोड़कर जाना चाहता है उसपर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहूंगी'
इस पर कैप्टन ने क्या कहा ?
कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से भी ट्वीट किया गया. कैप्टन ने ट्वीट में लिखा ' हां, राजनीति में गुस्से की कोई जगह नहीं है लेकिन कांग्रेस जैसी बड़ी और पुरानी पार्टी में अपमान के लिए जगह है ? अगर मेरे जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता के साथ ऐसा व्यवहार किया जा सकता है तो मुझे आश्चर्य होगा कि कार्यकर्ताओं के साथ क्या होगा.'
दरअसल पंजाब की सियासत में बीते एक हफ्ते में जो कुछ हुआ है उसके बाद सबकी नजरें कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हैं. कैप्टन भविष्य की राजनीति में विकल्प की बात भी कह चुके हैं. ऐसे में सवाल बना हुआ है कि क्या कैप्टन कांग्रेस का हाथ छोड़ेंगे ? अगर कैप्टन कांग्रेस छोड़ेंगे तो उनका अगला कदम क्या होगा?. पंजाब में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव (punjab assembly election 2022) होने हैं, उससे पहले कांग्रेस ने तो अमरिंदर सिंह को हटाकर पंजाब को पहला दलित मुख्यमंत्री दे दिया लेकिन अब सबकी निगाहें कैप्टन के अगले कदम पर हैं.