ETV Bharat / bharat

कोविड के प्रकोप के बीच चीन में अंतिम संस्कार गृहों पर भारी दबाव - चीन में कोरोना का प्रकोप

कोरोना के प्रकोप की वजह से चीन में हुई मौतों को लेकर सोशल मीडिया में आलोचना के बीच सरकार ने कहा है कि वह कोवड-19 की रिपोर्टिंग को लेकर पूरी तरह से पारदर्शिता बरत रही है. बता दें कि हाल के दिनों में कोविड के कारण पूरे चीन में लोगों के घरों में लाशें जमा हो रही थीं. वहीं बीजिंग में मुर्दाघरों और अंतिम संस्कार गृहों में वेटिंग चल रही है. पढ़िए पूरी खबर...

Corona in China
चीन में कोरोना
author img

By

Published : Dec 31, 2022, 10:52 PM IST

नई दिल्ली : चीन में कोविड-19 के प्रकोप की रिपोर्टिग और अंतिम संस्कार गृहों पर भारी दबाव की सोशल मीडिया पर आलोचना के बीच सरकार ने कहा कि वह अपनी कोविड-19 रिपोर्टिग के बारे में पूरी तरह से पारदर्शी रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई. आरएफए के मुताबिक, चीन में सोशल मीडिया की टिप्पणियों ने मौतों के हाल के आंकड़ों के साथ मुद्दा उठाया, जिसमें 26 दिसंबर को सिर्फ एक मौत की बात स्वीकार की गई, क्योंकि बहुत से लोग अपने उन दोस्तों को जानते हैं, जो मर चुके हैं और परिवार को उनका दाह संस्कार करने में परेशानी हो रही है.

एक टिप्पणी में कहा गया, 'अपनी अंतरात्मा से पूछिए - क्या आप इस पर विश्वास करते हैं?' जबकि दूसरे ने चुटकी ली : 'क्या यह रोग नियंत्रण विभाग है या जादू मंत्रालय?' स्थानीय प्रशासन जो आंकड़े प्रकाशित कर रहे हैं, वे अक्सर भ्रमित करने वाली रीडिंग करते हैं, और जमीन पर लोग अपनी आंखों से जो देख रहे हैं, उसमें बहुत कम समानता रहती है. आरएफए ने बताया कि संक्रमण की मौजूदा लहर के कारण सोशल मीडिया पर लोगों ने वार्षिक स्प्रिंग फेस्टिवल गाला को रद्द करने का आह्वान किया है, जो चंद्र नववर्ष पर होता है और बाहर रहने वाले लोग इस मौके पर अपने परिवार से मिलते हैं. हालांकि, इस तरह के पोस्ट को सरकारी सेंसर द्वारा तेजी से हटा दिया गया.

हाल के दिनों में कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी प्रकोप के बीच पूरे चीन में लोगों के घरों में लाशें जमा हो रही थीं, क्योंकि महामारी प्रतिबंधों में ढीले दिए जाने के बाद वे दाह संस्कार के लिए बुकिंग का इंतजार कर रहे थे. उन्हें रुकने के लिए कहा जा रहा था और बताया जा रहा था कि मृतकों के शव अंतिम संस्कार गृहों में ले जाने के लिए अधिक कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है. हाल के दिनों में बीजिंग में मुर्दाघरों और अंतिम संस्कार गृहों में दाह संस्कार की प्रतीक्षा में शवों का एक सप्ताह का बैकलॉग भरा हुआ है.

गुआंगजौ में स्थानीय मीडिया ने शहर के यिनहेयुआन फ्यूनरल पार्लर के बाहर दाह संस्कार की बुकिंग के लिए इंतजार कर रहे लोगों की भारी भीड़ की सूचना दी, जिसमें कई लोगों ने शिकायत की कि उनके प्रियजनों के शव अभी भी उनके घरों में हैं और फोन पर ब्शंघाई समाचार साइट द पेपर ने शंघाई के रुइजिन अस्पताल के आपातकालीन कक्ष के उप प्रमुख के हवाले से कहा कि कोविड-19 संक्रमण की मौजूदा लहर के कारण शहर में आपातकालीन कक्ष में फोन कॉल आने की संख्या दोगुनी हो गई है.

इसने जुआंग जू के हवाले से कहा, 'हम कोविड-19 संक्रमणों में वृद्धि के बीच गंभीर मामलों का एक उभरता हुआ शिखर देख रहे हैं. कुछ ईआर एक दिन में 1,000 से अधिक रोगियों को देख रहे हैं, जो उनकी सामान्य क्षमता से दोगुने हैं.' रिपोर्ट में झुआंग के हवाले से कहा गया है कि आपातकालीन कमरे में बहुत भीड़ उमड़ रही है, और कर्मचारियों की भारी कमी है. लगभग आधे मरीज बुजुर्ग लोग हैं, जिनमें से आधे में निमोनिया के लक्षण हैं. कई लोगों को हाइपोक्सिमिया और सांस लेने में कठिनाई के कारण भर्ती कराया जा रहा है.' हांडान के उत्तरी शहर में योंगनिअन जिला नागरिक मामलों के ब्यूरो के एक अधिकारी ने यू मीडिया की एक रिपोर्ट में पुष्टि की कि शहर में अंतिम संस्कार गृह भी इस समय भारी दबाव में हैं.

ये भी पढ़ें -WHO ने चीन से कोरोना की स्थिति पर मांगी रिपोर्ट

(आईएएनएस)

नई दिल्ली : चीन में कोविड-19 के प्रकोप की रिपोर्टिग और अंतिम संस्कार गृहों पर भारी दबाव की सोशल मीडिया पर आलोचना के बीच सरकार ने कहा कि वह अपनी कोविड-19 रिपोर्टिग के बारे में पूरी तरह से पारदर्शी रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई. आरएफए के मुताबिक, चीन में सोशल मीडिया की टिप्पणियों ने मौतों के हाल के आंकड़ों के साथ मुद्दा उठाया, जिसमें 26 दिसंबर को सिर्फ एक मौत की बात स्वीकार की गई, क्योंकि बहुत से लोग अपने उन दोस्तों को जानते हैं, जो मर चुके हैं और परिवार को उनका दाह संस्कार करने में परेशानी हो रही है.

एक टिप्पणी में कहा गया, 'अपनी अंतरात्मा से पूछिए - क्या आप इस पर विश्वास करते हैं?' जबकि दूसरे ने चुटकी ली : 'क्या यह रोग नियंत्रण विभाग है या जादू मंत्रालय?' स्थानीय प्रशासन जो आंकड़े प्रकाशित कर रहे हैं, वे अक्सर भ्रमित करने वाली रीडिंग करते हैं, और जमीन पर लोग अपनी आंखों से जो देख रहे हैं, उसमें बहुत कम समानता रहती है. आरएफए ने बताया कि संक्रमण की मौजूदा लहर के कारण सोशल मीडिया पर लोगों ने वार्षिक स्प्रिंग फेस्टिवल गाला को रद्द करने का आह्वान किया है, जो चंद्र नववर्ष पर होता है और बाहर रहने वाले लोग इस मौके पर अपने परिवार से मिलते हैं. हालांकि, इस तरह के पोस्ट को सरकारी सेंसर द्वारा तेजी से हटा दिया गया.

हाल के दिनों में कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी प्रकोप के बीच पूरे चीन में लोगों के घरों में लाशें जमा हो रही थीं, क्योंकि महामारी प्रतिबंधों में ढीले दिए जाने के बाद वे दाह संस्कार के लिए बुकिंग का इंतजार कर रहे थे. उन्हें रुकने के लिए कहा जा रहा था और बताया जा रहा था कि मृतकों के शव अंतिम संस्कार गृहों में ले जाने के लिए अधिक कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है. हाल के दिनों में बीजिंग में मुर्दाघरों और अंतिम संस्कार गृहों में दाह संस्कार की प्रतीक्षा में शवों का एक सप्ताह का बैकलॉग भरा हुआ है.

गुआंगजौ में स्थानीय मीडिया ने शहर के यिनहेयुआन फ्यूनरल पार्लर के बाहर दाह संस्कार की बुकिंग के लिए इंतजार कर रहे लोगों की भारी भीड़ की सूचना दी, जिसमें कई लोगों ने शिकायत की कि उनके प्रियजनों के शव अभी भी उनके घरों में हैं और फोन पर ब्शंघाई समाचार साइट द पेपर ने शंघाई के रुइजिन अस्पताल के आपातकालीन कक्ष के उप प्रमुख के हवाले से कहा कि कोविड-19 संक्रमण की मौजूदा लहर के कारण शहर में आपातकालीन कक्ष में फोन कॉल आने की संख्या दोगुनी हो गई है.

इसने जुआंग जू के हवाले से कहा, 'हम कोविड-19 संक्रमणों में वृद्धि के बीच गंभीर मामलों का एक उभरता हुआ शिखर देख रहे हैं. कुछ ईआर एक दिन में 1,000 से अधिक रोगियों को देख रहे हैं, जो उनकी सामान्य क्षमता से दोगुने हैं.' रिपोर्ट में झुआंग के हवाले से कहा गया है कि आपातकालीन कमरे में बहुत भीड़ उमड़ रही है, और कर्मचारियों की भारी कमी है. लगभग आधे मरीज बुजुर्ग लोग हैं, जिनमें से आधे में निमोनिया के लक्षण हैं. कई लोगों को हाइपोक्सिमिया और सांस लेने में कठिनाई के कारण भर्ती कराया जा रहा है.' हांडान के उत्तरी शहर में योंगनिअन जिला नागरिक मामलों के ब्यूरो के एक अधिकारी ने यू मीडिया की एक रिपोर्ट में पुष्टि की कि शहर में अंतिम संस्कार गृह भी इस समय भारी दबाव में हैं.

ये भी पढ़ें -WHO ने चीन से कोरोना की स्थिति पर मांगी रिपोर्ट

(आईएएनएस)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.